कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर, 19 अप्रैल: ज़िला जालंधर की मंडियों में कुछ ही घंटों में अपनी गेहूँ की फ़सल बेच कर घरों को ख़ुशी -ख़ुशी लौट रहे किसानों ने ज़िला प्रशासन की तरफ से मंडियों में किये गए उचित खरीद प्रबंधों पर सतुंष्टी अभिव्यक्त की।नई अनाज मंडी में अपनी फ़सल बेचने आए किसान सुखप्रीत सिंह संघा कपूर गाँव ने कहा कि वह आज अपनी 250 क्विंटल के करीब गेहूँ मंडी में ले कर आया था, जिसकी मारकफैड् की तरफ से तुरंत खरीद कर लिए जाने से वह बहुत खुश और संतुष्ट है। उसने कहा कि फ़सल बेचने सम्बन्धित उसे मंडी में कोई मुश्किल पेश नहीं आई। एक अन्य किसान परमिन्दर सिंह निवासी फुल्लपुर, जो कि प्रतापपुरा मंडी में बिक्री के लिए अपनी गेहूँ की फ़सल ले कर आया था, ने बताया कि वह सुबह 11 बजे करीब 100 क्विंटल गेहूँ मंडी में ले कर आया था, जो कि दोपहर 1 बजे तक बिक गई। उसने खरीद प्रबंधों के इलावा मंडी में कोविड -19 की रोकथाम के लिए किये गए प्रबंधों पर भी संतुष्टी व्यक्त की।
इसी तरह गाँव हमीर खेड़ा के किसान बखतौर ने कहा कि वह सुबह 8 बजे मंडी में अपनी फ़सल ले कर आया था और 2-3 घंटों में ही फ़सल बेच कर तेज़ी से हो गया है। उसने कहा कि खरीद उपरांत फ़सल की लिफ्टिंग भी साथ के साथ की जा रही है, जिससे उसे किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। ज़िक्रयोग्य है कि कोविड -19 के कारण ज़िले में इस बार 137 खरीद केंद्र बनाऐ गए हैं, जिनमें 78 पक्की मंडियों और 59 अतिरिक्त खरीद केंद्र शामिल हैं। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने ज़िला प्रशासन किसानों को बिना किसी असुविधा के गेहूँ की ख़रीद प्रक्रिया को पूरा करने की वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि मंडियों में पहुँची गेहूँ की समय पर ख़रीद को यकीनी बनाने के साथ-साथ समय सिर उठवाई की तरफ भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होनें कहा कि ज़िले की मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए सभी ज़रुरी प्रबंध यकीनी बनाऐ गए हैं ,जिससे उनको कोई परेशानी पेश न आए। उन्होनें कहा कि किसानों को बारदाने सम्बन्धित कोई मुश्किल पेश नहीं आने दी जायेगी, क्योंकि ख़रीद एजेंसियों के पास अपेक्षित मात्रा में बारदाना उपलब्ध है। उन्होनें किसानों से अपील की कि मंडियों में फ़सल सुखा कर लाई जाये और कोविड -19 सम्बन्धित पंजाब सरकार की तरफ से जारी आदेशों और सुरक्षा सावधानियों की पालना की जाये, जिससे बिना किसी परेशानी के उनकी तरफ से लाई फ़सल की बिक्री हो सके।