कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर ,20 अप्रैल : अपने परिवारों को आर्थिक मंदहाली में से निकालने के लिए अपने घर,ज़मीनें गहने रख खाड़ी मुल्कों में मज़दूरी करन गए लोगों की हर मुश्किल घड़ी में रहबर बन सेवा रूपी मदद करन वाले दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला ट्रस्ट चैरिटेबल ट्रस्ट के सरप्रस्त डा.ऐस.पी.सिंघ ओबराए के बड़े यतनों सदका गुरदासपुर ज़िलो के गाँव धरमकोट के साथ सम्बन्धित 22 साला जगदीप सिंह पुत्र सतनाम सिंह का मि्तक शरीर आज दुबई से श्री गुरु रामदास अंतरराशटरी हवाई अड्डा अमृतसर में पहुँचा।
इस सम्बन्धित जानकारी सांझी करते हरेक का भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डा.ऐस्स.पी.सिंघ ओबराए ने बताया कि जगदीप सिंह बीती 9मार्च को ही अपने परिवार के आर्थिक हालातों को सुधारने की कोशिश में दुबई मेहनत मज़दूरी करन के लिए पहुँचा था कि 5दिनों बाद 14 मार्च को ही उस ने किसी परेशानी के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
उन्होंने बताया कि मृतक के परिवार ने किसी के द्वारा उन के साथ संपर्क किया तो उन्हों ने सारी जानकारी एकत्रित करन उपरांत तुरंत अपेक्षित सारी कागज़ी कार्यवाही मुकम्मल करवा कर भारतीय दूतावास के बड़े सहयोग सदका आज जगदीप सिंह का मृतक शरीर ला कर ट्रस्ट की अमृतसर इकाई के प्रधान सुखजिन्दर सिंह खोज,जनरल सचिव मनप्रीत संधू और वित्त सचिव नवजीत सिंह घई की मौजुदगी में हवाई अड्डे से प्राप्त कर कर परिवार को सौंप दिया है। उनहोंने यह भी बताया कि इस मृतक देह को भारत भेजने का खर्चा भारतीय दूतावास की तरफ से किया गया है।डा.ओबराए ने बताया कि वह अब तक 227 बदनसीब लोगों के मि्तक शरीर वारिसों तक पहुँचा चुके हैं। उन माँ बाप से अपील करते कहा कि वह पूरी तरह जांच पड़ताल करन उपरांत ही अपने बच्चों को विदेशों अंदर भेजने।हवाई अड्डे और मृतक शरीर लेने पहुँचे जगदीप सिंह के भाई बिकरमजीत सिंह और मौसा गुरचरन सिंह ने जगदीप की मृतक देह ले कर आने पर डा.ऐस्स.पी.सिंघ ओबराए का तह दिल से शुकराना करते बताया कि जगदीप के परिवार की आर्थिक हालत और उस के पिता की सेहत ठीक न होने के कारण मृतक शरीर भारत ले कर आना उन के बस की ही बात नहीं थी। उन्होंने कहा कि डा.ओबराए की वजह से ही जगदीप के परिवार और दूसरे रिश्तेदारों को उस के अंतिम दर्शन करने नसीब हुए हैं।
ज़िक्रयोग्य है कि इस मृतक देह को भारत भेजने के लिए डा.ओबराए के निजी सचिव बलदीप सिंह चाहल ने भी विशेष भूमिका निभाई है।