केंद्रीय सूचना और प्रसारन मंत्रालय के क्षेत्रीय लोग संपर्क ब्यूरो की तरफ से वैबीनार का आयोजन’एक भारत, श्रेशठ भारत’बारे लोगों को किया गया जागरूक

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर ,29 अप्रैल : भारत सरकार की विलक्षण पहल ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत ’ का उद्देश्य दूर–दुराडे के लोगों को आपस में जोड़ कर आज के समय में राष्ट्रीय एकता की भावना को पुनर्जागृत करना है। इसी लड़ी के अंतर्गत भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फील्ड आऊटरीच ब्यूरो की तरफ से एक वैबीनार का आयोजन किया गया, जिस दौरान संबोधन करते पंजाब यूनीवसिटी, चण्डीगढ़ के इतिहास विभाग की प्रोफ़ैसर सुखमनी र्याड़ ने पंजाब की देश की आज़ादी में भूमिका बारे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों ने देश को आज़ाद करवाने में सेमती योगदान दिया है, जिस को कभी भुलायआ नहीं जा सकता। इस दौरान उन्होंने देश की आज़ादी के लिए सूबो में चलाए गए अलग -अलग आंदोलनों पर रौशनी पाया। सुखमनी र्याड़ ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह के राज से ले कर 1947 तक पंजाबियों और सिक्खों ने देश के लिए बहुत बलियों की हैं। इस दौरान उन कूका लहर और जल्हआंवाला बाग़ की घटना के इलावा ओर कई आंदोलनों और आज़ादी घुलटियों का जैसे किया।

इस वैबीनार में आंधरा परदेस के प्रसिद्ध पत्तकार सम्बासिवा राव ने सूबो के लोगों की देश की आज़ादी में भूमिका बारे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आंधरा परदेस के लोग आज़ादी के संग्राम में अगुआ रहे थे और वह कभी भी बलि से पीछे नहीं हटे। इस दौरान सम्बासिवा ने देश की आज़ादी में योगदान डालने वाले पट्टाभी सीता रमईआ, सीतारमन राजू, पिंगाली वैंकईआ, पौटी श्रीरामुलू के इलावा अलग अलग अन्दोलनकारियों बारे जानकारी दी। उन कहा कि’एक भारत, श्रेशठ भारत’के ज़रिये पंजाब और आंध्र परदेस के लोगों के बीच आपसी सांझ बढ़ी है और उम्मीद है कि आने वाले समय में यह सांझ ओर आगे मज़बूत होगी। संभासिवा ने कहा कि दोनों राज्यों में अंतों की कुदरती सुंदरता है और यह दोनों देश दे दो सिरों पर स्थित हैं, जिस के मद्देनज़र यह देखा गया है कि आम तौर पर दोनों सूबों के लोग एक दूसरे के इतिहास और सभ्याचार बारे जानने के लिए काफ़ी उत्साहित रहते हैं।

इस मौके मंत्रालय के सहायक निरदेशक बलजीत सिंह ने वक्तों की तरफ से दी गई जानकारी को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि’एक भारत श्रेशठ भारत’जैसे प्रोगराम देशवासियें को एकता का एहसास करवाते हैं। इस के इलावा पी.आई.बी. चण्डीगढ़ के सहायक निरदेशक हितेश रावत ने वक्तों का धन्यवाद करते कहा कि इस वैबीनार के द्वारा देश के आज़ादी संग्राम सम्बन्धित कई नये पहलूयों बारे जानकारी मिली है।

विभाग के फील्ड प्रचार अफ़सर गुरमीत सिंह ने कहा कि विभिन्नता–भरपूर विशाल सामाजिक चित्तरमाला में भी पूरा देश एक धागो के साथ आपस में इतनी मज़बूती के साथ जुड़ा हुआ है कि जिस के साथ एक संगठित राष्ट्रीय पहचान बनती है। उन कहा कि’एक भारत, श्रेष्ठ भारत ’ (ईबीऐस्सबी) केंद्र सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिस के अंतर्गत विभिन्न सूबों के लोगों बीच आपसी बातचीत और आदानप्रदान के द्वारा संस्कृतिक विभिन्नता की झलक साफ़ तौर पर दिखाई देती है।इस वैबीनार में पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। विद्यार्थियों में इस वैबीनार को ले कर काफ़ी उत्साह देखा गया और उन्हों ने आंध्र परदेस और पंजाब सम्बन्धित कई तरह के सवाल किये, जिन बारे विद्यार्थियों को पूरी जानकारी दी गई। विद्यार्थियों ने इस सैशन और मेहमान वक्तों की विजुअल पेशकारी की श्लाघा करते इस को बेहद जानकारी के साथ भरपूर और शिक्षाप्रद करार दिया।बहरहाल केंद्र सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से लोगों को जागरूक करन के लिए लगातार उपराले किये जा रहे हैं। न सिर्फ़’एक भारत श्रेशठ भारत’बल्कि कोरोना और दूसरे मुद्दों को ले कर आने वाले दिनों में भी जंगी स्तर पर मंत्रालय का जागरूकता अभ्यान जारी रहेगा।

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