कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,6मई : – सिक्ख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव जी के फलसफे किरत करो और वंड के छको को सही अर्थों में अपनी ज़िंदगी में लागू करके बिना किसी स्वार्थ के दिन -रात दीन दुखियों की सेवा में जुटे दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला ट्रस्ट के संस्थापक डा.ऐस्स.पी.सिंघ ओबराए की तरफ से करोना महामारी दौरान प्रभावित हुए जरूरतमंद परिवारों को सुखा राशन बाँटने की शुरु करी गई मुहिम के अंतर्गत अब अफगानिस्तान से उजड़ कर भारत आए 20 हज़ार के करीब शरनारथियों को तीन महीनों के लिए सुखा राशन और मैडीकल के साथ सम्बन्धित सामान देने का फ़ैसला किया है।
इस सम्बन्धित जानकारी सांझी करते ट्रस्ट के प्रमुख डा.ऐस.पी. सिंह ओबराए ने बताया कि दिल्ली की समाज सेविका नविता श्रीकांत के द्वारा अफगानिस्तान की अम्बैसी ने उन के साथ संपर्क करके उन को जानकार करवाया है कि अफगानिस्तान से उजड़ कर भारत आए करीब 20 हज़ार शरनारथियों की कोरोना महामारी कारण पैदा हुए हालातों में दयनीय हालत बनी हुई है और कोई कारोबार न होने के कारण उन को इस समय पर राशन और मैडीकल के साथ सम्बन्धित सामान की सख़्त ज़रूरत है। उन्होंने बताया कि अम्बैसी की इस माँग को तुरंत दबाने से करते उन्हों ने फ़ैसला किया है उक्त सभी शरनारथियें को सरबत्त का भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से तीन महीने तक सुखा राशन और अपेक्षित मैडीकल के साथ सम्बन्धित सामान उपलब्ध करवाया जायेगा।
डा.ओबराए ने बताया कि इस सम्बन्धित आज अफगानिस्तान के अम्बैसडर फ़रीद मामन्दज़यी के साथ हुई जूम मीटिंग दौरान उन को बताया गया है कि सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से दिल्ली, पुना,हैदराबाद और कलकत्ता आदि शहरों में रह रहे सभी शरनारथियें को हर महीने 30 किलो सुखा राशन दिया जायेगा। राशन की एक किट में 15 किलो आटा,5किलो चावल,3किलो दाल,3किलो खंड, 2किलो न्यूटरी और 2लीटर खाना बनाने वाला तेल शामिल होगा। उन्होंने बताया कि समूचे राशन से मैडीकल के सामान और ट्रस्ट का कुल 2करोड रुपए ख़र्च आऐगा। उनहोंने यह भी बताया है कि पहले महीनो का राशन ईद से पहले -पहले प्रभावित शरनारथियें के पास पहुँच जायेगा जब कि अपेक्षित मैडीकल का सामान कल ही पहुँचता कर दिया जायेगा। डा.ओबराए ने बताया कि उन्होंने अम्बैसी को यह भी विश्वास दिलाया है कि यदि भविष्य में भी कोई ऐसी ज़रूरत पड़ती है तो ट्रस्ट उन का साथ देगा। ज़िक्रयोग्य है कि मीटिंग दौरान डा.ओबराए की तरफ से अफगानिस्तान के शरनारथियें के इलावा पूरी दुनिया अंदर जरूरतमंद लोगों के लिए किये जा रहे परउपकारों के लिए उन का विशेष धन्यवाद करते अम्बैसडर फ़रीद मामन्दज़यी ने कहा कि किसी भूखे के पेट में दाना डालना सब से बड़ा परोपकार है। उन्होंने यह भी कहा कि महौल ठीक होने उपरांत पटियाले आकर डा.ओबराए को निजी तौर पर मिलना उन की दिली इच्छा है।
इस मीटिंग दौरान उपरोक्त के इलावा ट्रस्ट के मैंबर रवीन्द्र सिंह रोबिन भी मौजूद थे।