कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर , 10 मई —कोरोना वायरस महामारी और कोविड -19 वैकसीनेशन अभ्यान के मद्देनज़र इन दिनों केंद्र सरकार के सूचना और प्रसारन मंत्रालय की तरफ से देश भर में जागरूकता मुहिम चलाई जा रही है। इसी लड़ी के अंतर्गत मंत्रालय की तरफ से लोगों को जागरूक करने के लिए एक वैबिनार का आयोजन किया गया। इस वैबिनार में लोगों को न सिर्फ़ टीकाकरन अभ्यान बारे जानकारी दी गई, बल्कि इस बीमारी से बचने के तरीकों बारे भी बताया गया। अमृतसर के सरकारी मैडीकल कालेज की एसोसिएट प्रोफ़ैसर डाक्टर प्रीति पड्डा ने कोरोना बारे विवरन समेत जानकारी देते बताया कि अगर हर व्यक्ति सरकार की तरफ से जारी की गई गाईडलाईनस की अच्छी तरह पालना करे, तो इस बीमारी से काफ़ी हद तक बचा जा सकता है। उन्होंने जानकारी दी कि कैसे यह वायरस किसी व्यक्ति के शरीर में प्रवेस कर जाता है और लोगों की जान तक ले लेता है। डाक्टर ने कहा कि आज की तारीख़ में वैकसीनेसन इस बीमारी से बचने का सब से बढ़िया विधि है। हालाँकि वैकसीनेसन को 100 फीसद कारगर नहीं कहा जा सकता।वैबिनार में बोलते दूसरे वक्ते आयुर्वैदिक डाक्टर आतमजीत सिंह ने कहा कि आयुर्वेद किसी भी मरीज़ को तत्काल तौर पर फ़ायदा पहुँचाने के सिद्धांत पर काम नहीं करती, बल्कि आयुर्वेद किसी भी व्यक्ति को सेहतमंद बनाने में बड़े स्तर पर मददगार साबित होती है। जिस के साथ व्यक्ति किसी भी बीमारी से बचा रहता है। उन बताया कि बीमारियाँ से बचने के लिए आयुर्वेद एक अच्छा बदल है, जिस को मूलभूत तौर पर अपनाने की ज़रूरत है।
इस वैबिनार में वक्तों का स्वागत रीजनल आऊटरीच ब्यूरो की असिस्टेंट डायरैक्टर सपना बटा की तरफ से किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोगरामों के द्वारा लोगों को जागरूक करन में काफ़ी मदद मिलती है। असिस्टेंट डायरैक्टर सपना ने कहा कि सूचना और प्रसारन मंत्रालय की तरफ से किया गया यह प्रयास लोगों को जागरूक करन में अगुआ बन कर उभरेगा। उन्होंने कहा कि कोविड वैकसीनेशन के समय मंत्रालय की तरफ से लोगों को जागरूक करन के लिए बड़े स्तर पर मुहिम शुरु करी गई है।इस मौके जानकारी देते सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फील्ड प्रचार अफ़सर गुरमीत सिंह ने कहा कि देश भर में कोविड -19 महामारी विरुद्ध टीकाकरण अभ्यान बहुत तेज़ी के साथ आगे बढ़ रहा है। गुरमीत सिंह ने कहा, “वैकसीनेशन अभ्यान पर केंद्र सरकार बड़े स्तर पर पैसा ख़र्च कर रही है, जिससे इस महामारी के कहर से लोगों को बचाया जा सके। कोरोना महामारी का दौर हर देश निवासी के लिए चुणौतीपूरन रहा है, ऐसे में हर नागरिक को सरकार की इस मुहिम का अधिक से अधिक साथ देना चाहिए।” उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी मुहिम को तब तक सफल नहीं बना सकती, जब तक उसे जनता का साथ न मिले, इस करके इस मुहिम में भी लोगों के बड़े स्तर पर भागीदार बनने की बहुत ज़रूरत है। गुरमीत सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस बारे लोगों को विवरन समेत जानकारी देना बहुत ज़रूरी है। परन्तु यह जानकारी सिर्फ़ सरकार दे, यह ज़रूरी नहीं। इस मीसन में लोग बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते ने और एक दूसरे को जागरूक करन में समाज और सरकार की मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक हाथ साफ़ रख कर और सामाजिक दूरी की पालना करन के साथ इस बीमारी से बचा जा सकता है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि भारत सरकार की सब से पहली प्राथमिकता देश के लोगों की सेहत है और इसी के मद्देनज़र केंद्र सरकार की तरफ से बड़े स्तर पर जागरूकता मुहिम का आग़ाज़ किया गया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार की तरफ से कोविड वैकसीनेशन अभ्यान बारे लोगों को जागरूक करन के लिए बड़े स्तर पर मुहिम चलाई गई है, जिस के अंतर्गत टी.वी., रेडियो और ओर संचार के साधनों के इलावा ज़मीनी स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।वक्तों और वैबिनार में हिस्सा ले रहे लोगों का धन्यवाद करते प्रैस इन्फारमेशन ब्यूरो, चंडीगड्ह के असिस्टेंट डायरैक्टर हितेश रावत ने कहा कि कोरोना सम्बन्धित सोसल मीडिया पर बड़े स्तर पर गलत जाणकारियें फैलाने की कोशिश की जा रही है, जो सही नहीं है। इस लिए लोगों तक सही जानकारी पहुंचायी जानी बहुत ज़रूरी है। इस मौके पर डा. प्रीति और डा. आतमजीत सिंह की श्लाघा करते कहा कि उन की तरफ से दी गई महत्वपूर्ण जानकारी लोगों के लिए बहुत लाभप्रद साबित होगी।इस वैबिनार दौरान लोगों ने कोरोना महामारी और वैकसीनेशन अभ्यान बारे कई तरह के सवाल किये और अपने अनिश्चितता दूर किये। वैबिनार में मास्क डाल कर घर से बाहर निकलने और समय समय पर हाथ धोने की अपील की गई। वैबिनार में लोगों को दी गई जानकारी को अपने परिवार, दोस्तों और मित्रों के साथ अधिक से अधिक सांझा करन की बात कही गई।बहरहाल केंद्र सरकार की तरफ से शुरू की गई इस मुहिम का लक्ष्य हर व्यक्ति तक कोविड वैकसीनेशन अभ्यान साथ-साथ कोरोना महामारी और इस से बचने के उपाय बारे संपूर्ण जानकारी पहुंचाउना है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फील्ड आऊटरीच ब्यूरो की तरफ से चलाए गए इस जागरूकता अभ्यान की प्रतीभागियें की तरफ से बड़े स्तर पर सलाघा की गई और इस को जन आंदोलन बनाने का वायदा भी किया।