पंजाब सरकार की वायदा खिलाफी कारण वर्कर्स वर्ग में भारी रोस

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर , 7 जून : पंजाब स्टेट मनिस्टीरियल सरविसज़ यूनियन की तरफ से वे तनख़्वाह कमीशन की रिपोर्ट न लागू करन और इसकी मियाद में 31 -08 -2021 तक के किया वृद्धि के रोश के तौर पर तारीख़ 23 -06 -2021 से 5दिनों की हड़ताल और जाने का फ़ैसला ले लिया है। यह जानकारी मनजिन्दर सिंह और जगदीश ठाकुर सूबा सीनियर मित्र प्रधान ने सांझे रूप में दी। उन बताया कि राज की मौजूदा कांग्रेस सरकार की तरफ से मुलाज़ीम और पेन्शनर वर्ग के साथ किये जा रहे लगातार धोखो के विरोध में पी.ऐस.ऐम.ऐस.यू. की सूबा स्तरीय मीटिंग तारीख़ 06 -06 -2021 को की गई जिस में अलग विभागीय संगठन के सीनियर नुमायंदों और ज़िला कारजकरनी समिति के नुमायंदों की तरफ से भाग लिया गया और मीटिंग दौरान सर्व समिति के साथ फ़ैसले लिए गए कि पंजाब स्टेट मनिस्टीरियल सरविसज़ यूनियन डी.सी.दफतर के कर्मचारियों की तरफ से पिछले लम्बे समय से चल रही हड़ताल का समर्थन करती है और उन की तरफ से तारीख़ 07 -06 -2021 को पंजाब के नये बने ज़िले में से जा रही रोश रैली में समूलियत करेगी।

इसके इलावा संगठन की तरफ से साझें फ्रंट की तरफ से पहले दिए ऐकशनें का समर्थन करते हुए तारीख़ 08 -06 -2021 को अर्थी फूँक मुजाहरे में समूलियत भी की जायेगी। पंजाब सरकार के कान उबलने के लिए पंजाब के समूह दफ्तरों में तारीख़ 15 -06 -2021 से 18 -06 -2021 तक मनिस्टीरियल कामगार गेट रैलियाँ करके सरकार की मुलाज़ीम बरसाती नीतियों बारे मुलाज़ीम वर्ग को ओर जागरूक करेंगे। यदि सरकार इन ऐकशनें उपरांत मुलाज़ीम माँगों की पूर्ति करन के लिए हरकत में न आई तो राज का समूह मनिस्टीरियल कामैं तारीख़ 22 -06 -2021 को दफ्तरों से वाअक -आउट कर जायेगा और तारीख़ 23 -06 -2021 से 27 -06 -2021 तक (केवल कोविड -19 सम्बन्धित काम ही किये जाएंगे) हड़ताल और चले जायेगा। हड़ताल दौरान कोई भी कलैरीकल कामगार मैनुअल /आन लाईन काम नहीं करगे। यदि कोई कर्मचारी ऐसा करता पाया गया तो संगठन उस विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करेगी। इसतों इलावा संगठन की तरफ के समूह अफ़सर साहिबान को इन ऐकशनों में सहयोग देने की अपील की है। इस मौके पंजाब सिवल सचिवालय स्टाफ एसोसिएशन के प्रधान स. सुखचैन सिंह खहरा, सूबा चेयरमैन स. मेघ सिंह सिद्धू, सरपरतस स. रघुबीर सिंह बड़वाल, मुख्य सलाहकार खुशपिन्दर कपिला, मुख्य संगठन सचिव स. अमरीक सिंह सिद्धू ने बताया कि पंजाब सरकार अपने चयन मनोरथ पत्र में मुलाज़ीम को हरा बाग़ दिखा सत्ता और काबिज़ हुई। परंतु, साढ़े चार साल का समय बीत जाएँ और भी मनोरथ पत्र में किये वायदों में से कोई भी वायदा वफ़ा नहीं हुहैं। मुलाज़ीम वर्ग को सरकार की तरफ से बहुत बुरी तरह मसला गया है। समय समय और हुई मीटिंगों में भी मानें माँगों को अजय पूरा नहीं किया। मुलाज़ीम और पेन्शनर वर्ग पिछले साढ़े चार सालों से अपनी तनख़्वाह और पैंशन में वृद्धि का इन्तज़ार में है। मंहगायी के साथ कीमतों पहुँच से बाहर हो रही हैं। ऐसी स्थिति में सरकार डी.ए की किश्तों जारी नहीं कर रही है बल्कि उस की तरफ से अपने नोटिफिकेशन तारीख़ 04 -06 -2021 के द्वारा राज के वे तनख़्वाह कमीशन की मियाद में 31 -08 -2021 तक का विस्तार कर दिया। जबकि राज सरकार की तरफ से तारीख़ 04 -05 -2021 को प्रैस रलीज़ करते हुए यह घोषणा की कि वें तनख़्वाह कमीशन ने अपनी रिपोर्ट सराकर को सौंप दी है। यही नहीं प्रैस के द्वारा यह भी ध्यान में आया थी कि 6ओए तनख़्वाह कमीशन की रिपोर्ट तारीख़ 02 -06 -2021 की कैबिनेट समिति की मीटिंग में पेश की जा रही है जिस के साथ समूह मुलाज़ीम और पेन्शनर वर्ग में एक आशा की किरण जागी थी। परंतु पंजाब की मौजूदा कांग्रेस सरकार की तरफ से मुलाज़ीम और पेन्शनर वर्ग को अपने कार्य काल दौरान दिए जा रहे धोखे को कायम रखते इस बार भी धोखा ही कमाया हुआ है जिस के साथ मुलाज़ीम जत्थेबंदियाँ और सरकार के बीच के भरोसे को एक ओर चोट लगी है। इस समय संगठन के सीनियर मित्र प्रधान मनोहर लाल, गुरमेल विर्क, जगदीश ठाकुर, मनजिन्दर सिंह संधू, अनिरुध् मोदगिल, जसदीप सिंह चाहल और वित्त सचिव सरबजीत डीगरों ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से वें तनख़्वाह कमीशन की मियाद में अन -अधिकारित तौर पर तारीख़ 31 -08 -2021 तक विस्तार करना, तनख़्वाह कमीशन की रिपोर्ट को जनतक न करना और राज सरकार ख़ास तौर पर वित्त विभाग की सोची समझी साजिश है। इस से यह भी प्रतीत हो रहा है सरकार वे तनख़्वाह कमीशन की रिपोर्ट जो तारीख़ 01 -07 -2021 में लागू करने के अपने वायदे से भी मुनकर हो सकती है। ऐसा करन से पहले संगठन आप के ध्यान में ल्याउना चाहती है कि राज में मौजूदा कांग्रेस सरकार की तरफ से 2017 दौरान सत्ता में आने से पहले मुलाज़ीम वर्ग के साथ वायदा किया कि उन की सरकार आने के तुरंत वें तनख़्वाह कमीशन लागू कर दिया जायेगा और इसी तरह ओर भी अहम माँगों जैसे कि पुरानी पैंशन स्कीम लागू करना, डी.ए. की बकाया किश्तों समेत एरियर जारी करना, कच्चे मुलाज़ीम (आउटसोर्स, वरकचारज, एडहाक, डेलीवेजर) पके करना, परख काल समय घटाना और इस दौरान पूरी तनख़्वाह और ओर लाभ देना आदि सरकार आने पर जल्द पुरवा करन का भरोसा दवायआ था। परंतु, इन माँगों को मानने की जगह सरकार ऋ -स्टरकचरिंग करके मुलाजिमों और ही कुलहाड़ा चला रही है।राज सरकार की तरफ से वें तनख़्वाह कमीशन की मियाद में अन -अधिकारित तौर पर विस्तार करना, वें तनख़्वाह कमीशन की रिपोर्ट न लागू होने के कारण, माननीय मुख्य मंत्री, पंजाब जी के हशताखरें नीचे तारीख़ 20 -08 -2020 को और कैबिनेट सब समिति की तरफ से मानें मंगा लागू न करके मुलाजिमों का गुस्सा शिखर और है। मीटिंग में उपस्थित साथियों अमित अरोड़ा, अनुज, पिप्पल सिंह, खुशकरनजीत सिंह, गुरनाम सिंह सैनी, भगवान सिंह, प्रदीप वनायक, अमर बहादर सिंह, राजबीर बडरुक्खें, सुखविन्दर सिंह, राजबीर सिंह मान, बलबीर सिंह, राजदीप सिंह, अमनदीप सिंह, अमित कटोच, सन्दीप भंवक, अमरदीप कौर, राकेश सरमें, अंग्रेज सिंह और संगत राम सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार की तरफ से अपने वायदे मुताबिक तारीख़ 01 -07 -2021 से तनख़्वाह कमीशन जो तारीख़ 01 -01 -2016 से डयू है लागू न किया गया और मुलाजिमों की सच्चा माँगों की ओरई ध्यान देना वाजिब न समझा तो संगठन आगे वाली सूबा स्तरीय मीटिंग करते हुए ओर ताकतवर एक्शन देने के लिए मजबूर होगी। संगठन की तरफ से यह एक्शन राज सरकार की तरफ से मुलाज़ीम वर्ग को बार -बार दिए गए धोखे और तानाशाह रवीए का नतीजा हैं, इस लिए इन ऐकशनें में हर तरह के नुक्सान की पूर्ण ज़िम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी।

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