कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर, 11 अगस्त : कमिश्नरेट पुलिस द्वारा अर्बन अस्टेट में मन्नापुरम फायनांस में हुई सनसनीखेज़ लूट का पर्दाफाश किया गया है, जहाँ 24 जुलाई को बड़ी मात्रा में सोना और 2.34 लाख रुपए लूट लिए गए थे।इससे सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस ने बिहार के समस्तीपुर जिले के गाँव बिलगाम के रहने वाले एक मुलजिम प्रशांत कुमार निवासी को गिरफ़्तार किया है, जो अपने चचेरे भाई दीपक और अन्य साथियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम देकर फ़रार हो गया था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि टीमों ने वारदात में इस्तेमाल की गई जाली नंबर प्लेट वाली एक मोटरबाइक भी बरामद की गई है। भुल्लर ने कहा कि पुलिस द्वारा लूट में शामिल गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान भी कर ली गई है और बाकी मुलजिमों की गिरफ़्तारी के लिए बिहार पुलिस के साथ नज़दीकी संपर्क में है।
प्राथमिक जांच में प्रशांत ने बताया कि वह सुल्तानपुर लोधी में राज मिस्त्री और फ्लोर टायलें फिटिंग का काम करता था, जहाँ वह डेढ़ साल से परिवार समेत रह रहा था। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि दीपक अपने साथियों के साथ तीन बाईकें और एक कार लेकर 15 जुलाई, 2021 को प्रशांत के पास पहुँचा और प्रशांत ने उनके लिए किराए के मकान का प्रबंध किया। इस के बाद इन सब ने लूट की साजिश रची और अपनी योजना को अंजाम दिया। भुल्लर ने बताया कि यह सभी 24 जुलाई को दोपहर 3 बजे के करीब मन्नापुरम फायनांस की ब्रांच में गए, जहाँ इन समूचे स्टाफ को बंदूक की नोक पर लेकर उनको सेफ रूम में धकेल दिया। इस के बाद यह बड़ी मात्रा में सोना और 2.34 लाख रुपए की नगदी लूट कर फ़रार हो गए। उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से इस लूट की सभी पहलूओं से तकनीकी तौर पर बारीकी से जांच की गई और मुलजिम को पकड़ने में सफलता हासिल की।
उन्होंने कहा कि हमारी टीमों ने तकनीकी और अन्य ख़ुफ़िया जानकारी के द्वारा मुलजिमों और उनके ठिकानों का पता लगाना शुरू किया और आखिर सुल्तानपुर लोधी के मोहल्ला ज्वाला सिंह नगर पहुँची गई। उन्होंने आगे बताया कि पुलिस की तरफ से होशियारपुर जिले के गड़शंकर में मुलजिमों के एक अन्य ठिकाने का भी पता लगाया गया है, जहाँ मुलजिम लूट के बाद कुछ समय के लिए ठहरे थे, इमारत गाँव फतेहपुर के निवासी अमरजीत सिंह की है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पुलिस पार्टियों की तरफ से किराये के मकान के सुरागों का पता लगाया गया, जहाँ सभी मुलजिम 15 जुलाई, 2021 को सुल्तानपुर लोधी में ठहरे थे, जिस कारण जांच प्रशांत कुमार की तरफ मुड़ी, जिसकी तरफ से आरोपियों के लिए उक्त कमरे का प्रबंध किया गया था। उन्होंने बताया कि लूट के बाद प्रशांत अपने परिवार समेत फ़रार हो गया था, जिस को बाद में पश्चिमी दिल्ली के रघबीर नगर से काबू किया गया। पुलिस कमिश्नर ने कहा की लूटे हुए सोने को बाज़ार में बेचने के बाद प्रशांत को अपना हिस्सा मिलना था, हालाँकि मन्नापुरम फायनांस ब्रांच में से लूटे 2.34 लाख रुपए में से 50,000 रुपए उस ने हिस्से के तौर पर प्राप्त कर लिए थे।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पुलिस टीमों की तरफ से जल्दी ही बाकी मुलजिमों को गिरफ़्तार कर लिया जायेगा। उन्होंने स्पेशल आप्रेशन यूनिट के इंचार्ज हरमिन्दर सिंह समेत इस वारदात को सुलझाने के लिए नियुक्त कमिश्नरेट पुलिस के आधिकारियों के टीम वर्क की प्रशंसा की, जिन्होंने इस केस को सुलझाने के लिए अद्भुत पेशेवर वचनबद्धता का प्रदर्शन किया।