कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर , 26 अगस्त : श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आश्वासन दिया है कि सिख पंथ द्वारा ज्ञानी दित सिंह को जल्द ही पंथ रतन की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। यह विचार श्री गुरु रविदास ऐतिहासिक तीर्थस्थल श्री खुरालगढ़ साहिब के मुख्य सेवादार भाई केवल सिंह ने आज जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए व्यक्त किए। वह विशेष रूप से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से दलित समुदाय की मांगों पर चर्चा करने और ज्ञापन देने पहुंचे थे।
भाई केवल सिंह ने कहा कि उन्होंने ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अनुरोध किया है कि देश के महान विद्वान ज्ञानी दित सिंह जी के योगदान को ध्यान में रखते हुए शिरोमणि कमेटी द्वारा उनका उचित सम्मान नहीं किया गया, पंथ में उनका स्थान और सम्मान स्थापित किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह मुद्दा उठाया कि सिख समुदाय के महान शहीद बाबा संगत सिंह जी के जीवन और शहादत को पंजाब में गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। कलगी तोड़े और जीवन इतिहास को लेकर फैलाये जा रहे झूठे दुष्प्रचार से सिख समुदाय को गहरा आघात पहुंच रहा है जिससे दलित समुदाय में काफी आक्रोश है। इस संबंध में हुक्मनामा जारी कर बाबा संगत सिंह के इतिहास से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आश्वासन दिया कि संगत को इससे अवगत कराया जाएगा।
उन्होंने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को आगे याद दिलाया कि उन्हें पिछले साल उपरोक्त प्रबंध समिति द्वारा मांग पत्र दिया गया था जिसमें उन्हें गुरु की उपस्थिति में गुरु रविदास महाराज को गुरु के रूप में संबोधित करना चाहिए। जिसके बारे में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस अवसर पर ज्ञानी राघवीर सिंह जत्थेदार श्री केसगढ़ साहिब, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर, मुख्य सचिव ज्ञानी गुरमीत सिंह, सचिव बाबा नरेश सिंह, कैशियर हरभजन सिंह, उपाध्यक्ष बिंदर सिंह, जगदेव सिंह गढ़ी मानसवाल सदस्य, ज्ञानी जसवीर सिंह सदस्य लखवीर सिंह खालसा राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास कल्याण परिषद, जसविंदर सिंह गतका कोच, भाई गुरदेव सिंह हजूरी रागी, जीत सिंह खालसा तथा अन्य उपस्थित थे।