पराली को आग न लगाने सम्बन्धित ज़िलाधीश ने कलस्स्टर अफसरों के साथ की मीटिंग

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर ,16 सितम्बर: ज़िले में धान की पराली को आग लाने के रुझान को रोकनो के लिए ज़िलाधीश गुरप्रीत सिंह खहरा ने आज ज़िला प्रीसद हाल में पराळी को आग लगने की घटनाएँ पर नियंतरन रखने के लिए ज़िले के अंदर नियुक्त किये 47 कलस्स्टर अफसरों, तहसीलदारों के साथ मीटिंग की और हिदायतें जारी की कि धान /बासमती की कटाई उपरांत पराळी को आग लगने से रोकनो के लिए हर संभव यत्न किये जाएँ।

ज़िलाधीश ने क्लस्टर अफसरों को हिदायत की कि गाँव पद्धर पर गाँवों की पंचायतों के साथ तालमेल किया जाये और पंचायतों का नेतृत्व में किसानों को पराळी को आग न लाने सम्बन्धित जागरूक किया जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि हरेक सरकारी मुलाज़ीम और पंचायत का नुमायंदा, नंबरदार अपने खेतों में आग नहीं लगाएगा। ज़िलाधीश की तरफ से तहसीलदारों को निर्देश दिए गए कि पराळी को आग लाने वाले किसानों का माल विभाग के रिकार्ड में लाल इंदराज करना लाज़िमी बनाया जाये और बनती कार्यवाही की जाये।

ज़िलाधीश ने आई -खेती मोबायल एप को इंकलाबी कदम करार दिया, जहाँ किसान ब्लाक स्तर पर मशीनरी की उपलभ्भदता चैक कर सकते हैं
इस दौरान पंजाब रिमोट सेंसिंग सैंटर लुध्याणें से आए विगिअनी डा: अनिल सूद की तरफ से पराळी को आग लगने की घटनाओं की रिपोर्टिंग करने के लिए तैयार की मोबायल एप सम्बन्धित टे्रनिंग भी दी गई और जानकार करवाया कि किस तरह गाँव पद्धर पर तैनात नोडल अफ़सर, पटवारी, कल्लस्टर अफ़सर, तहसीलदार, उप मंडल मैजिस्ट्रेट की तरफ से पराळी को आग लगने की घटनाएँ सम्बन्धित आनलाइन रिपोर्टिंग की जायेगी। मीटिंग को अधिक डिप्टी कमिशनर (जनरल) मैडम डा: रूही दुग्ग की तरफ से भी संबोधन करते कहा कि पराळी को आग लगने कारण होने वाला धुला आम लोगों और खासकर कोविड -19 के साथ जुड़ रहे मरीज़ों की मुश्किलों में विस्तार चाकू सकता है। उन्होंने किसानों से अपील करते कहा कि यदि अशी अपनी आने वाली पीड़ाी को स्वच्छ वातावरण मुहैया करवाना है तो हमें पराळी को आग लगाने से परहेज़ करना चाहिए।
मुख्य कृषि अफ़सर अमृतसर ने बताया कि कृषि विभाग की तरफ से पिछले 3सालों दौरान पराळी की सभाल वाली मशीनरी हैपीसीडर, सुपरसीडर, सुपर ऐस.ऐम.ऐस., पैडी चौपर, मलचर, उलटावें हल, ज़ीरो कोशिश ड्रिल आदि व्यक्तिगत तौर पर किसानों को 753 मशीनों 50% सब्सिडी और कटसम हायरिंग सैंटरें /किसान ग्रुपों को 946 मशीनों और सहकारी सभांवें को 650 मशीनों 80% सब्सिडी और मुहैया करवाई गई हैं।

इस दौरान डा: तेजिन्दर सिंह, विषय वस्तु माहिर अमृतसर, अंमृतपाल सिंह ए.ई.ई. पंजाब प्रदूषण रोकथाम बोर्ड अमृतसर, डा: शशिकांत पटेल, विज्ञानी पंजाब रिमोट सेंसिंग सैंटर, लुधियाना, लखविन्दर सिंह तहसीलदार और क्लस्टर अफ़सर उपस्थित थे।

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