कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर, 25 सितम्बर : श्रम शक्ति से सम्बन्धित ज़रूरतों के बारे में उद्योग से फीडबैक प्राप्त करने के लिए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी की तरफ से शुक्रवार को शहर की दो औद्योगिक इकाईयों का दौरा किया गया और ‘घर -घर रोज़गार’ प्रोग्राम को जिले में बड़े स्तर पर सफल बनाने के लिए इंडस्ट्री के मालिकों के साथ विचार-विमर्श किया गया।
डिप्टी कमिश्नर ने अल्फा हाकी और केसीऐसएडी (एल.ई.डी. लाईट निर्माता) के मालिकों के साथ भी मुलाकात की और बेरोजगार नौजवानों के लिए रोज़गार के नये रास्ते खोलने के लिए सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की ।
उन्होंने उद्योगपतियों को उनकी ज़रूरत अनुसार कौशल और शिक्षित श्रम शक्ति प्रदान करने के लिए उनके सुझाव भी माँगे। थोरी ने सनअतकारों को कहा कि उनको जिस तरह के कुशल श्रमकों की ज़रूरत है, उससे सम्बन्धित जानकारी दी जाये, जिससे प्रशासन उस अनुसार काम कर सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन और उद्योगपतियों के सामुहिक प्रयासों से बेरोजगार नौजवानों के लिए अधिक से अधिक रोज़गार के अवसर पैदा कर राज्य से बेरोजगारी को ख़त्म किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि उद्योगों का फीडबैक व्यापारिक अदारों को कुशल श्रम शक्ति की उपलब्धता को विश्वसनीय बनाने में अहम है और प्रशासन की तरफ से अपने कौशल प्रशिक्षण प्रोग्राम को पहले ही स्थानिय उद्योग की ज़रूरतों अनुसार तैयार किया गया है।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर की तरफ से इन उद्योगों में निर्माण इकाईयों का भी दौरा किया गया जहाँ इंडस्ट्री के मालिकों की तरफ से उन को उत्पादन के कई पड़ावों के बारे में अवगत करवाया गया। पूजा इंटरप्राईज़ (अल्फा हाकी) के मालिक जितिन महाजन और सुखदेव राज महाजन ने डिप्टी कमिश्नर का स्वागत करते हुए हाकी स्टिक्कस, जो ओलम्पिक विजेता भारतीय हाकी टीम के सदस्यों के लिए तैयार की गई थीं, समेत लकडी और समूचे हाकी उत्पादन के बारे जानकारी दी।केसीएसएडी लैड्ड लाईट्स में डिप्टी कमिश्नर एक पूरी तरह स्वचलित निर्माण यूनिट से काफ़ी प्रभावित हुए, जहाँ कंपनी के एमडी राजीव गुप्ता, डायरैक्टर अनिल कपूर, अंकुश गुप्ता और संचित गुप्ता ने इस यूनिट के कामकाज के बारे में जानकारी दी। डिप्टी कमिश्नर ने उद्योग के अलग -अलग हिस्सों का दौरा किया और ज़िला जालंधर में इस आटोमैटिक यूनिट की स्थापना के लिए इकाई के मालिकों की प्रशंसा की।
थोरी ने अलग -अलग वस्तुओं के उत्पादन में जिले को देश में मैनुफ़ेक्चरिंग हब बनाने के लिए उद्योगपतियों द्वारा किये प्रयासों की प्रशंसा की, जिससे जालंधर को खेल के समान, चमड़े के समान, हैंड टूलज़, पाईप फिटिंग आदि के लिए जाना जाता है।