कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर, 14 अक्तूबर : ज़िला जालंधर ने निर्धारित समय -सीमा के अंदर जायदादों के अधिक से अधिक इंतकालों और सब से कम पैंडेसी को यकीनी बना कर राज्य भर में प्रमुख स्थान हासिल किया है।
इससे सम्बन्धित और अधिक जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने बताया कि ज़िले के आधिकारियों की तरफ से 1,02973 इंतकाल किये गए हैं, जिन में से केवल 1919 इंतकाल बकाया हैं, जोकि कुल मामलों का 1.86 फीसद बनता है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शन ने जालंधर को जायदादों के इंतकालों को समय पर यकीनी बनाने में बढ़िया प्रदर्शन वाला ज़िला बना दिया है।
डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि एनडीजीआरएस प्रणाली के एकाक्रित होने के बाद अब जायदाद की रजिस्ट्रेशन होने के उपरांत 45 दिनों के अंदर इंतकाल की रजिस्ट्रेशन होना लाज़िमी है। उन्होंने बताया कि इस नई प्रणाली के शुरू होने के बाद इस समय -सीमा के अंदर राजस्व आधिकारियों की तरफ से एक लाख से अधिक इंतकाल दर्ज किये गए हैं। उन्होंने आधिकारियों को कहा कि इंतकाल से सम्बन्धित सभी मामलों का जल्दी निपटारा किया जाये जिससे ज़िले में ज़ीरो पेंडैंसी को यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने कहा जायदाद के इंतकालों में ज़ीरो पैडेंसी को यकीनी बनाने के लिए संजीदा यत्न किये जा रहे हैं।
वर्णनयोग्य है कि इस से पहले ज़िला जालंधर ने ज़िला निवासियों को नागरिक सेवाओं को मुहैया करवाने में ज़ीरो पैंडेंसी को बरकरार रखने में प्रमुख पोज़िशन को कायम रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन की तरफ से लोगों को सरकारी सेवाओं को समय पर प्रदान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि ज़्यादातर पैंडिंग इंतकाल समय -सीमा के अंदर हैं और 45 दिनों के निश्चित समय में इन का निपटारा कर दिया जायेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बकाया मामलों को समय पर निपटाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बिल्कुल सहन नहीं किया जायेगा।