कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 31 अक्टूबर: अध्यापकों को समाज में गुरू का दर्जा दिया गया है और इनके बिना देश का विकास असंभव है और अध्यापकों की बड़ी जि़म्मेदारी बनती है कि वह बच्चों को गुणवत्ता भरपूर शिक्षा प्रदान करें, क्योंकि यह बच्चे ही आगे चल कर देश की बागडोर संभालेंगे।
इन शब्दों के साथ ओम प्रकाश सोनी उप मुख्यमंत्री पंजाब ने आज राज्य भर के 1500 से अधिक स्कूल प्रमुखों जोकि एसोसिएट और प्राईवेट स्कूलों से सम्बन्धित हैं के राज्य स्तरीय समारोह को संबोधन करते हुए किया। इस मौके पर सोनी ने कहा कि पिछले साढ़े चार सालों के दौरान हमारी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अहम उपलब्धी हासिल की है और पंजाब पूरे देश में शिक्षा के क्षेत्र में पहले स्थान पर आया है।
सोनी ने अध्यापकों को संबोधन करते हुए कहा कि सारा समाज सबसे ज़्यादा सत्कार अध्यापकों का करता है इसलिए अध्यापकों का फर्ज बनता है कि वह बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने कहा कि जब उनके पास शिक्षा विभाग की जि़म्मेदारी आई तो सरकारी स्कूलों के परिणाम बहुत बुरे थे और उनके दिल की तमन्ना थी कि सरकारी स्कूलों के शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाया जाए, जिसके लिए सबसे पहले सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे का विकास किया गया और दूर-दराज़ के इलाकों में अध्यापकों के खाली पदों को भरा गया।
उन्होंने इसके निष्कर्ष के तौर पर अगले साल सरकारी स्कूलों के नतीजों में काफ़ी सुधार देखने को मिला। सोनी ने कहा कि वह जो कुछ भी आज हैं वह अध्यापकों की वजह से हैं और अध्यापक ही देश का असली निर्माता है। सोनी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए एसोसिएट/प्राईवेट स्कूलों ने अपना अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि प्राईवेट स्कूलों को किसी भी तरह की मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा और जायज माँगों को पूरा किया जायेगा। सोनी ने बताया कि सरकारी स्कूल अब प्राईवेट स्कूलों की तरह बच्चों को गुणवत्ता भरपूर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को मुफ़्त किताबें, वर्दियाँ और बिना फीस के शिक्षा मुहैया करवाई जा रही है, जिस कारण ही पंजाब शिक्षा के क्षेत्र में पहले नंबर पर पहुँच सका है। इससे पहले सोनी ने दिया रौशन करके समागम की शुरुआत की। इस मौके पर राज्य भर के एसोसिएट/प्राईवेट स्कूलों द्वारा अलग-अलग प्रकार से सोनी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर ऐसोसीएटिस स्कूलों के प्रधान जतिन्दर शर्मा ने स्कूलों को आ रही मुश्किलों को साझा किया और शिक्षा को और भी बढिय़ा और सुखद ढंग से विद्यार्थियों तक पहुँचाने का प्रण लिया।
उन्होंने कहा कि हमारे स्कूल भी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बच्चों को गुणवत्ता भरपूर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं और हमारे स्कूलों के अध्यापकों को सरकार की नीतियों और योजनाओं सम्बन्धी लोगों एवं बच्चों को जागरूक किया जाता है। इस मौके पर धर्मवीर सरीन, अश्वनी कुमार पप्पू, चेयरमैन ज्वांइट एक्शन फ्रंट पंजाब राणा जगदीश चंद्र, पीपीएसए के आनंद ठाकुर, जेपी भट्ट, सुदर्शन शर्मा, विक्की नरूला, अरुण सिंगला, गुरविन्दरपाल सिंह, करमजीत सिंह रजोआ, बलवंत सिंह निर्माण, नरेश नागर, रजिन्दरपाल सिंह, सुखजिन्दर सिंह, डा. रघुबीर सिंह घुम्मन, मनजीत सिंह बाबा बकाला, राजपाल शर्मा, मिस किरणजोत, रणजीत सिंह के अलावा सभी राज्यों से आए स्कूल प्रमुख भी उपस्थित थे।