कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,27 दिसंबर –-मुख्य कृषि अफ़सर डा: जतिन्दर सिंह गिल ने प्रैस को मुखातिब होते बताया कि ज़िला अमृतसर अंदर हाड़ी गीलापन दौरान लगभग 98% क्षेत्रफल पर गेहूँ की बिजवाई हो चुकी है और लगभग 3000 हेक्टेयर ओर क्षेत्रफल पर गेहूँ की लेट बिजवाई होगी।
उन्होंने किसानों से अपील करते कहा कि समय पर बीजी गेहूँ को किसान भाई खेती माहिरों की तरफ से सिफारिश की जाती रासायनिक खाद से अधिक मात्रा में खाद पहनने से गुरेज़ करने क्योंकि ऐसा करने के साथ खेती खर्च किए अधिक जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रति एकड़ के हिसाब के साथ 2बोरियाँ युरिया खाद गेहूँ की बिजवाई से 55 दिनों तक डाल देनी चाहिए |
इस के बाद खाद की ओर अधिक मात्रा पहनने की ज़रूरत नहीं होती क्योंकि अधिक खाद पहनने साथ झाड़ तो नहीं बढ़ता, परंतु तेला और ओर कीड़ों और बीमारियों का हमला अधिक जाता है, जिस करके इन अलामता की रोकथाम करने के लिए कई बार फ़सल और रासायनिक स्प्रेयों करने की ज़रूरत पड़ती है जिस के साथ खेती खर्च किए ओर अधिक जाते हैं। पहले और दूसरे पानी के साथ समय सिर बीजी गेहूँ को 45 किलो हरेक बार और अर्ध दिसंबर के बाद बीजी गेहूँ को 35 किलो युरिया प्रति एकड़ हरेक बार डालनी चाहिए। उन्होंने बताया कि ज़िले के अंदर हाड़ी गीलापन दौरान लगभग 57700 मीटरिक टन युरिया खाद अपेक्षित है जिस में से अब तक 45617 मीटिरिक टन खाद ज़िला अमृतसर में पहुँच चुकी है और हाड़ी गीलापन दौरान खाद की पूर्ति के लिए 12094 मीटिरिक टन युरिया खाद का स्टाक ओर अपेक्षित है।
किसानों की तरफ से रेल ट्रैकों और लगाए धरनों कारण पिछले हफ्ते से रेल यातायात प्रभावित हुई है जिस कारण युरिया खाद का एक रैक वापस चल गया है और सुसत अंदर युरिया खाद की स्पलाई रुक गई है। यदि यह स्पलाई इस हफ्ते चालू न हुई जिस से सानों को युरिया खाद की किल्लत का साहमणें करना पड़ेगा। उन्होंने किसान जत्थेबंदियाँ को रेलवे ट्रैक खाली करन की अपील की कि जिससे ज़िले के अंदर युरिया खाद की स्पलाई फिर बहाल हो सके।