कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 31 जनवरी: अमृतसर की पूर्वी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी द्वारा उतारे गए प्रत्याक्षी आई.ऐ.एस. जगमोहन सिंह राजू ने कांग्रेस व शिरोमणि अकाली दल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अमृतसर सहित पूरे पंजाब इन दोनों से मुक्त करवाना है। उन्होंने कहा कि बिक्रमजीत सिंह मजीठिया ने पंजाब की जवानी को चिट्टे में डुबो कर खत्म कर दिया है और अमृतसर पूर्वी तथा पंजाब के नौजवानों को इसके चुंगल से निकालना ही उनका मुख्य मकसद है।
नवजोत सिद्धू को आड़े हाथों लेते हुए जगमोहन सिंह ने कहा कि पंजाब के कैबिनेट मंत्री रहते हुए जो आदमी अपने हलके का विकास नहीं करवा पाया वो आगे क्या करेगा? जगमोहन सिंह राजू ने आज अमृतसर में भारतीय जनता पार्टी, अमृतसर के अध्यक्ष सुरेश महाजन की अध्यक्षता में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपरोक्त शब्द कहे।
इस अवसर पर जगमोहन सिंह के साथ मंच पर राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक, प्रदेश सचिव राजेश हनी, रीना जेटली, प्रदेश प्रवक्ता सुरिंदर कंवल, जिला महासचिव राजेश कंधारी, जिला उपाध्यक्ष डॉ. हरविंदर सिंह संधू आदि भी उपस्थित थे। जगमोहन सिंह राजू ने कहा कि मेरा परिवार दलित है और मैं एक दलित परिवार से हूँ और मुझे दलितों के साथ होने वाले अन्याय के बारे में अच्छी तरह पता है। कांग्रेस और अकाली दल ने हमेशा दलित समाज के लोगों को अपने वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है और अपना मसकद निकल जाने के बाद उन्हें हाशिए पर फैंक दिया। नवजोत सिद्धू दलितों से नफरत करते हैं, तभी तो उन्हें किसी भी दलित का अपने से आगे बढ़ना हजम नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि जो नवजोत सिद्धू पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए अपनी विधानसभा के लोगों का कुछ नहीं संवार सका, उससे आगे किसी भी तरह की उम्मीद करना बिलकुल बेकार है।मीनाक्षी लेखी ने कहा कि नवजोत सिद्धू की बहन ने उन पर अपनी माँ को घर से निकालने के आरोप लगाए हैं। जबकि उनकी उसी बहन की खिंची गई तस्वीरें सिद्धू की शादी में उनके साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। जो नवजोत सिद्धू अपनी माँ-पिता का नहीं हुआ वो किसी और का कैसे हो सकता है। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि चन्नी सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ धोखे पर धोखा किया है। मुख्यमंत्री चन्नी ने 36,000 कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का एलान कर उसके शहर से लेकर गाँवों तक बड़े-बड़े पोस्टर लगवा कर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए। लेकिन किसी भी कर्मचारी को पक्का नहीं किया और इसका दोष राज्यपाल पर मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि इतने पैसे तो इन कर्मचारियों के वेतन के नहीं बनने थे, जितने चन्नी सरकार ने जनता के टैक्स के पैसे इश्तिहारों व पोस्टरों में खर्च कर दिए। इससे पंजाब के खज़ाने पर भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के चलते आज पंजाब तीन लाख करोड़ के कर्ज के नीचे दब चुका है। पंजाब को दोबारा खुशहाल पंजाब बनाने कर कार्य सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन वाली सरकार ही कर सकती है और कई नहीं।