पंजाब की शिक्षा प्रणाली वेंटिलेटर पर : डॉ. ढिल्लों

कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर,4  फरवरी: पंजाब की शिक्षा प्रणाली पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है बल्कि एक तरह से यहां की शिक्षा प्रणाली पूरी तरह से वेंटिलेटर पर जा चुकी है। निजी शिक्षण संस्थानों का स्तर इतना नीचे जा चुका है कि युवा पीढ़ी को इसका ज्यादा लाभ नहीं मिल रहा। यही कारण है कि पंजाब के युवा विदेशों में जा रहे हैं। यह बात भाजपा की चुनाव मेनिफेस्टो कमेटी के सदस्य एवं गुरु काशी विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर डॉ जसविंदर सिंह ढिल्लों ने कही । वह गुरुवार को भाजपा के प्रदेश चुनाव कार्यालय लाजपत नगर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आई तो पंजाब की शिक्षा प्रणाली को उच्चस्तरीय और रोजगारोन्मुख बनाने के लिए देश की नई शिक्षा नीति 2020 को पंजाब में लागू किया जाएगा।

डॉ जसविंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि भाजपा की सरकार सत्ता में आने पर शिक्षा का स्तर उच्च होगा। ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित की जाएगी जिससे युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। इसके साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता भी बेहतरीन की जाएगी और सरकारी शिक्षण संस्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जाएगा। इतना ही नहीं नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षण संस्थानों का उद्देश्य लाभ कमाना नहीं होगा बल्कि अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा देना होगा। डॉ .जसविंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि नई शिक्षा प्रणाली ऐसी होगी जिस में कौशल विकास की ओर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि विद्यार्थियों के पास  शिक्षा के दौरान और शिक्षा पूर्ण होने के बाद रोजगार की अपार संभावनाएं हों।

उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस  सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जबकि यह आम आदमी की प्रमुख जरूरत हैं। पंजाब की शिक्षा प्रणाली पूरी तरह से दोषपूर्ण हैं । यहां अगर कोई मैकेनिकल इंजीनियरिंग करता है तो यदि कहीं जाते समय मार्ग में उसकी कार खराब हो जाए तो वह उसे ठीक नहीं कर सकता बल्कि एक अशिक्षित मकैनिक कार को मरम्मत करता है। इसी तरह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने  वाला व्यक्ति के घर की बिजली का फ्यूज उड़ जाए तो सही तरह से ठीक नहीं कर पाता। ऐसी दोषपूर्ण शिक्षा प्रणाली में मूलभूत परिवर्तन करने की जरूरत है, जो भाजपा सरकार के आने पर ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जितने भी निजी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय हैं उनका एकमात्र मकसद लाभ अर्जित करना है। उसके लिए स्नातकोत्तर एमएससी वाले युवाओं को 6000-7000 वेतन पर रखते हैं। ऐसे में वह अच्छी शिक्षा कैसे दे सकेगा जिसके अपने घर का गुजारा ठीक तरह से ना चल रहा हो।

डॉ जसविंदर ढिल्लों ने कहा कि अगर पंजाब की शिक्षा प्रणाली इतनी ही अच्छी होती तो अध्यापक पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन ना कर रहे होते। शिक्षा मंत्री के घर के बाहर महीनों धरने ना दे रहे होते और अपनी मांगे शांतिपूर्ण ढंग से मनवाने के लिए रोष जाहिर करने वालों पर पुलिस लाठियां ना बरसा रही होती। अच्छा होता अगर पंजाब सरकार शिक्षा प्रणाली और स्वास्थ्य सेवाओं की तरफ ध्यान देती।डॉ. ढिल्लों ने वादा किया कि अगर पंजाब में भाजपा की सरकार सत्ता में आती है तो वह सबसे पहले नई शिक्षा नीति को लागू करेगी। इस मौके पर उनके साथ भाजपा के जिला प्रधान एडवोकेट सुशील शर्मा, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जनार्दन शर्मा, भाजपा नेता सूरज भारद्वाज, भाजपा आईटी एवं सोशल मीडिया के प्रदेश संयोजक राकेश गोयल और भाजपा मीडिया सेल के कोऑर्डिनेटर विमल कटिहार मौजूद थे।

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