श्री गुरु तेग बहादुर के बलिदान से मार्गदर्शन की जरूरत : राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी

कल्याण केसरी न्यूज़ मुंबई/मेहता चौक 23 मार्च: महाराष्ट्र राजभवन, मुंबई में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 400वीं प्रकाश शताब्दी गुरुपर्व को समर्पित गुरमत समागम  पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र सिख एसोसिएशन, सुप्रीम काउंसिल नवी मुंबई गुरुद्वारा और गुरु तेग बहादुर साहिब जी 400वें प्रकाश पूरब आयोजन कमेटि द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। उक्त समागम में महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह ख़ालसा ने विशेष हाज़री लगवाई, रागी भाई इन्द्रजीत सिंह के रागी जत्थों ने और प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौडवाल ने गुरबानी कीर्तन के द्वारा संगत को निहाल किया।

राज भवन के नव निर्माण हाल में देर रात तक कराए गए पहला समागम मौके राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने श्री गुरु तेग़ बहादुर जी की बलिदान से मार्गदर्शन लेने की अपील की और कहा कि ऐसा राजनैतिक माहौल और समीकरण नहीं बनने दिया जाना चाहिए जिस के साथ किसी को भी फिर से ऐसा बलिदान करने की आवश्यकता हो । उन्होंने राज भवन में हर साल गुरमत समागम कराने का भी ऐलान किया। उन्होंने सिक्ख भाईचारे की तरफ से देश की तरक्की, एकता अखंडता, भाईचारक सांझ और करोना महामारी दौरान बड़े योगदान की तारीफ़ करते कहा कि सिक्खों का परोपकार किसी शब्द की मुहताज नहीं है।

उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरिंदर मोदी सिक्खों को प्रेम करन वाले हैं और उन की सिक्खों के साथ रिसता मज़बूत करन की हमेशा इच्छा रही है। जिस कारण वह गुरू साहिबान की शताबदियें, अर्ध शताबदियें और छोटे साहबज़ादों की बलिदान को सजदा करते  वीर बाल दिवस मनाने, करतारपुर कॉरिडोर खोलने, सिख कत्लेआम के दोषियों को सज़ा दिलाने और सिक्ख कैदियों की रिहाई की तरफ विशेष ध्यान दे रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि सिक्ख फ़लसफ़ा सस्तर और शासतर का सुमेल है।  गुरु साहिबान जंगों युद्धों दौरान भी सस्तर चलाते भी शासतर के लिए समय निकालते रहे हैं। श्री गुरु ग्रंथ साहब जी के रूप में गुरू साहिबान की हमें अनमोल देन है। उन्होंने देश और समाज विरोधी अनरसों के साथ मुक़ाबला करन के लिए तैयार बर तैयार रहने और अमन सांती, एकता और भाईचारक सांझ मज़बूत करन की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।इस अवसर पर दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के अध्यक्ष संत ज्ञानी हरनाम सिंह ख़ालसा ने गुरु साहिब की शताब्दी को विशेष और भव्य पैमाने पर मनाने और सतगुरुओं के परूपकारों  को याद करने में लगे नरेंद्र मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना की।. उन्होंने कहा कि 70 साल में किसी भी सरकार ने मोदी सरकार की तरह गुरुओं और सिखों के बलिदान को याद करने की कोशिश नहीं की।. उन्होंने कहा कि भारत का अस्तित्व तिलक जंजू की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर द्वारा दिए गए बलिदान के कारण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्म  एव देश की रक्षा करने की  सिख पंथ की ऐतिहासिक भूमिका से दुनिया को अवगत कराने के लिए एक महान प्रयास किया । उन्होंने कहा कि श्री मोदी जिन्होंने मेरे सतगुरु लाल की याद में 26 दिसम्बर के दिन को भारत के लोगों को जगाने और भारत के लोगों के लिए उनके बलिदान और शहादत को याद करने के लिए समर्पित किया। जो पंथ के लिए अच्छा काम कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया और प्रशंसा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ख़ालसा मानवता को समर्पित है, ख़ालसा अपने धर्म में परिपक्व होकर खुले हाथों से ज़ुल्म और अत्याचार से लड़ेगा और धन्य गुरु तेग बहादुर के नक्शेकदम पर चलत रहेगा। उन्होंने संगत से गुरु साहिब की घृणित शिक्षाओं को अपने जीवन में लाने और अभ्यास करने की अपील की। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी को न केवल ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त था, बल्कि उसी का स्वरूप हो कर संसार पर कृपा करने वाले हैं। जिन को आज सारा संसार सजदा और अभिवादन कर रहा है।  कहा कि सत्गुरू की परउपकारों को याद नहीं करेंगे तो यह अक्रितघणता होगी।  अक्रितघणता के दोश से मुक्त होने के लिए सत्गुरू की शताबदियें चढ़दीकला के साथ मनाने की अपील की। इस मौके संत ग्यानी हरनाम सिंह ख़ालसा ने राज्यपाल भक्त सिंह कोश्यारी समय आए आदरणीय सज्जनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर श्री मलकीत सिंह बल, श्री भाई जसपाल सिंह सिद्धू, श्री ज्ञान सिंह नेरुल, श्री हरविंदर सिंह पनवेल, श्री चरणदीप सिंह जी (हैप्पी) कामोठे, श्री जगतार सिंह विक्रोली, श्री गुरमीत सिंह बल विक्रोली, श्री. इस अवसर पर इंद्रप्रीत सिंह भाटिया कोपरखेरी, श्री तेजिंदर सिंह वाशी, श्री जोगिंदर सिंह उपस्थित थे.कलंबोली, प्रताप सिंह भेल खारघर, सुखविंदर सिंह संभी ऐरोली, जसबीर सिंह धाम चूनाभट्टी, सतनाम सिंह आहूजा, सुखविंदर सिंह संधू नेरुल, इकबाल सिंह रंधावा. सीबीडी बेलापुर, बूटा सिंह घुमन सीबीडी बेलापुर और भाजपा नेता प्रो. सरचंद सिंह खियाला समेत भारी संख्या में संगतें उपस्थित थे।

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