कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर , 5अप्रैल : ज़िलाधीश गुरप्रीत सिंह , जो कि लगभग पौने दो साल अमृतसर में ज़िलाधीश रहे हैं, आज तबादला होने बाद में नये ज़िलाधीश को अपनी हाज़िरी में कुर्सी पर बिठा कर मुक्तसर के लिए रवाना हो गए, परन्तु वह अपनी, बड़ी यादों अमृतसर छोड़ गए। आज सभी स्टाफ ने बड़े भावुक हो कर उन को अमृतसर से विदाई किया। ज़िलाधीश अपने काम -कार के ढंग -तरीके सदका सभी अमलो साथ-साथ ज़िला निवासियों में अपना विशेष स्थान बना गए।
किसी भी काम की तह तक जाना उन की कारजशैली का हिस्सा रहा। हाल ही में हुई विधान सभा मतदान में देर रात 1-2बजे तक बतौर ज़िला चयन अधिकारी काम करना उन का नियम था। चाहे कई हलकों के रिटर्निंग अधिकारी पहली बार विधान सभा मतदान करवा रहे थे, परन्तु स. खहरा ने इतनी बारीकी के साथ उन को काम की शिक्षा देनी कि वह हर काम बिना किसी गलती के करन में कामयाब हो जाते। यह बड़ा कारण है कि अमृतसर के 11 विधान सभा हलकों में मतदान बड़े सांत और निरववाद हुई और किसी भी अधिकारी ने इस काम को बोझ नहीं समझा।
ज़िलाधीश ने जब जुलाई 2020 में बतौर डिप्टी कमिशनर अमृतसर ओहदा संभाला तो सरकारी इमारतें, जितना में लोग निर्माण भवन, सर्कट हाऊस, बचत भवन आदि की हालत बहुती अच्छी नहीं थी, किसी भी मेहमान के आने या मीटिंग समय पर बड़ी समस्या खड़ी होती थी।
ज़िला प्रसाशकी कंपलैक्स की उसारी का काम भी उस वेलेे मट्ठी चाल के साथ चल रहा थी। ज़िलाधीश ने ज़िला प्रसाशकी कंपलैक्स के लिए फंड स्वीकृत करवा कर इस को अपनी, निजी कोशिशों के साथ पूरा करवाया। इस कम्पेलक्स में दो बड़े मीटिंग हाल और वीडियो कान्फ़्रेंस के लिए बढ़िया फ़िल्हाल की उसारी बहुत ही आधुनिक बनाओ समान के साथ पूरे किये। इस के इलावा बचत भवन, जो कि आखिरी साँस ले रहा था, को मुरम्मत करवा कर उसको पुनर सुरजीत किया। लोग निर्माण भवन जिसके कमरे रहनेयोग नहीं थे रहे, को भी मेहमानों के रहने के लिए बनाया। इस के इलावा रईआ का नहरी विश्राम घर जो कि गिरने किनारे पहुँच चुका था, इमारत की मुरम्मत करवा कर उसे अच्छी ठहर बनाया।आज ज़िलाधीश ने अपनी पत्नी के साथ श्री दरबार साहिब माथा टेका और आशीर्वाद लिया।