कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर, 8अप्रैल : डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने सभी पटवारियों, कानून्नगो, सर्कल माल अधिकारियों (सी.आर.ओज़) और उप मंडल को यह यकीनी बनाने के आदेश दिए कि 45 दिनों की समय सीमा के बाद उनके पास कोई भी इंतकाल पैंडिंग न रहे।
आज यहाँ ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते डिप्टी कमिशनर ने माल विभाग के आधिकारियों को इंतकालों सम्बन्धित पूरी प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए कहा जिससे लोगों को अपनी, जायदादों के इंतकाल रजिस्टर करवाने में किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि इस काम में किसी किस्म की अनावश्यक देरी सामने आती है तो सम्बन्धित आधिकारियों को देरी के लिए सख़्त विभागीय कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा। हालाँकि, डिप्टी कमिशनर ने उन अधिकारी /कर्मचारियों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने अपने -अपने अधिकार क्षेत्र में समय पर इंतकालों के कार्य को पूरा कर ज़ीरो पैंडैंसी को कायम रखा। उन्होंने दूसरे को भी अपनी पैंडैंसी को ख़त्म करने के लिए इसी तरह काम करन के लिए कहा।
डिप्टी कमिशनर ने आगे बताया कि ज़िले में अलग -अलग स्तर पर 2928 इंतकाल केस पैंडिंग हैं, जिनमें से सिर्फ़ 553 ही समय सीमा के बाद पैंडिंग हैं। उन्होंने आधिकारियों को आदेश दिए कि इस पैंडैंसी को एक सप्ताह के अंदर -अंदर निपटाया जाये, जिससे ज़िले में ज़ीरो पैंडैंसी का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। घनश्याम थोरी ने बताया कि ऐन.डी.जी.आर.ऐस. प्रणाली के एकीकृत होने उपरांत अब जायदाद की रजिस्टरी होने के बाद 45 दिनों के अंदर इंतकाल की रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस नयी प्रणाली के शुरू होने के बाद माल आधिकारियों की तरफ से इस समय सीमा के अंदर एक लाख से अधिक इंतकाल पहले ही दर्ज किये जा चुके हैं।
घनश्याम थोरी ने आगे कहा कि लोगों तक सरकारी सेवाए निर्विघ्न और समयबद्ध तरीको के साथ पहुँचाने में कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बहुत से बकाया इंतकाल समय सीमा के अंदर हैं और 45 दिनों के निश्चित समय में इन का निपटारा कर दिया जायेगा।
इस दौरान डिप्टी कमिशनर ने तहसील स्तर पर जमाबंदियों की तैयारी और मसावी (खसरा प्लान की मास्टर कापी) को अप्पडेट करने की प्रगति का भी जायज़ा लिया और माल आधिकारियों को इस काम को जल्दी से जल्दी पूरा करने के लिए आदेश दिए। इस मौके ज़िले के सभी ऐस.डी.ऐमज़, तहसीलदार और नायब तहसीलदार मौजूद थे।