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सरबत का भला ट्रस्ट ने अब तक 300 बदनसीबों के मृतक शरीर वारिसों तक पहुँचाए

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 9अप्रैल :- अपने परिवारों को आर्थिक मंदहाली में से निकालने के लिए अपने घर और ज़मीनें आदि गहने रख कर खाड़ी मुल्कों में मेहनत मज़दूरी करने गए लोगों की हर मुश्किल घड़ी में रहबर बन मदद करने वाले दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला ट्रस्ट चैरिटेबल ट्रस्ट के सरप्रस्त डा.ऐस.पी.सिंघ ओबराए के यतनों सदका अमृतसर ज़िलो के कत्थूनंगल के पास के गाँव भोआ फतहगढ़ के साथ सबंधित 20 साला तजिन्दर सिंह पुत्र जसपाल सिंह का मृतक शरीर दुबई से श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (राजासांसी) अमृतसर में पहुँचा।

इस सम्बन्धित जानकारी सांझी करते सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डा.ऐस्स.पी.सिंघ ओबराए ने बताया कि माँ बाप की अकेली औलाद तजिन्दर सिंह अपने परिवार के आर्थिक हालात को सुधारने की कोशिश में करीब एक वर्ष पहले दुबई मेहनत मज़दूरी करने के लिए गया था। उन्होंने बताया कि वह वहाँ इस समय पर बतौर ट्रक चालक काम करता था। प्राप्त जानकारी अनुसार तजिन्दर की बीती 30 मार्च को अचानक दिल की धड़कन बंद होने के कारण अपने माँ बाप और अपंग बहन को रोतीं कराहते छोड़ गया था।

उन्होंने बताया कि पीडित परिवार ने ट्रस्ट की अमृतसर टीम के द्वारा उन के साथ संपर्क कर कर अपनी बेबसी का हवाला देते उक्त नौजवान के मृतक शरीर भारत भेजने के लिए अपील की थी।जिस पर उन दुबई बीच वाले भारतीय दूतावास के सहयोग और अपने निजी सचिव बलदीप सिंह चाहल की देख -रेख में तुरंत सारी अपेक्षित कागज़ी कार्यवाही मुकम्मल करवा कर आज उक्त नौजवान का मृतक शरीर भारत भेजा है।ज़िक्रयोग्य है कि मृतक नौजवान का पिता जसपाल सिंह भी पिछले दो महीने से दुबई में ही रह रहा था जो आज मृतक शरीर के साथ ही दुबई से यहाँ पहुँचा है। उन्होंने यह भी बताया कि उन फ़ैसला किया है कि सुखबीर की माँ और अपंग बहन को ट्रस्ट की तरफ से हज़ार -हज़ार रुपए महीनावार पैंशन दी जायेगी। बताने योग्य है कि मृतक के पिता की हवाई टिकट ले कर देने के इलावा समुच्चय कागज़ी कार्यवाही ट्रस्ट की तरफ से नेपरे चढ़ाई गई है जब कि बाकी ख़र्च परिवार और मृतक की काम वाली कंपनी ने किये हैं। उन्होंने कहा कि उन को भरे मन के साथ बताना पड़ रहा है कि पिछले कुछ दिनों में ही वह 4नौजवानों के मृतक शरीर भारत भेज चुके हैं जब कि 6से 8दूसरे बदनसीब नौजवानों के मि्तक शरीर आते कुछ दिनों में पहुँचा जाएंगे। पीड़ित परिवारों के साथ हवाई अड्डे पर दुख सांझा करने पहुँचे ट्रस्ट की अमृतसर टीम के अधिकारी सुखजिन्दर सिंह खोज, सुखदीप सिद्धू, मनप्रीत संधू चमारिन और नवजीत घई चुगाऊँ ने बताया कि बताया कि डा. ओबराए के यतनों सदका अब तक 300 बदनसीब लोगों के मि्तक शरीर उन के वारिसों तक पहुँचा जा चुके हैं। इस दौरान हवाई अड्डे मृतक के पिता जसपाल सिंह, चाचा गुरप्रीत सिंह, फूफा गुरप्रीत सिंह और चाचा जुगराज सिंह ने डा.ऐस्स.पी.सिंह ओबराए का इस बड़े उपरालो के लिए तह दिल से शुकराना करते कहा कि उन की वजह से ही तजिन्दर के परिवार और दूसरे सबंधियें को उस के अंतिम दर्शन नसीब हो सके हैं।

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