कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 2 मई: (संजीव) जिला पुलिस द्वारा महिला पत्रकार ममता देवगन पर दर्ज किए गए अपराधिक मामले में पुलिस कमिश्नर अरुण पाल सिंह ने एडीसीपी विर्क को मामले की गहनता के साथ जांच करने के बाद पूरे तथ्यों की रिपोर्ट बनाकर उन्हें सौंपने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद पुलिस की जांच टीम वारदात के सभी तथ्यों को इकट्ठा करने में जुट गई है। अमृतसर प्रेस क्लब एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश गिल की अध्यक्षता में आज सैकड़ों पत्रकार पुलिस कमिश्नर कार्यालय में इकट्ठा हुए और पत्रकार ममता देवगन पर दर्ज किए गए अपराधिक मामले की जांच कर दूध का दूध पानी का पानी करने को कहा था।
जिसके बाद पुलिस कमिश्नर द्वारा मामले की जांच में तेजी लाई गई और यह भरोसा भी दिया गया कि अगर मामले में पत्रकार की कोई संलिप्तता नहीं पाई गई तो उन पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी । यहां यह बताने योग्य है कि 4 दिन पहले किसी दबाव में आकर महिला पत्रकार के विरुद्ध अपराधिक मामला दर्ज किया गया था जिसका अमृतसर प्रेस क्लब एसोसिएशन द्वारा कड़ा विरोध हुआ और पुलिस को इस मामले की जांच के लिए मजबूर किया गया। महिला पत्रकार पर दर्ज किए गए झूठे मामले की सच्चाई को सामने लाने के लिए पूरा पत्रकार भाईचारा सड़कों पर उतरा और पंजाब भर में इसके आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। पुलिस कमिश्नर द्वारा यह भी आश्वासन दिया गया है कि भविष्य में पत्रकार के विरुद्ध अगर पुलिस कोई भी अपराधिक मामला दर्ज करेगी तो उससे पहले एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सूचित किया जाएगा और जांच के बाद ही मामला दर्ज होगा।
इस बार एसोसिएशन ने भी अपनी सहमति जताई और कहा कि अगर उनका पत्रकार कोई अपराध करता है तो पुलिस बेझिझक उस पर मामला दर्ज कर सकती है और अगर झूठा मामला दर्ज किया गया तो एसोसिएशन उसका डटकर विरोध करेगी। एसोसिएशन के प्रधान राजेश गिल ने कहा कि जिस तरह से पत्रकारों ने अपनी एकजुटता दिखाई है आने वाले समय में भी हर मामले को एक होकर लड़ा जाएगा और आगर जिला पुलिस एवं प्रशासन किसी तरह का भी धक्का करता है तो उसका एसोसिएशन डटकर विरोध करती रहेगी। पत्रकारों पर इस तरह का हमला लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करार दिया जिसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जिला पुलिस को समय बंद जांच करने को कहा गया है और जल्द ही इस मामले के तथ्यों को सामने लाया जाएगा जिसके बाद पत्रकार एसोसिएशन अपनी अगली रणनीति तय करेगी।