कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर , 11 जून 2022 — गाँव भगतूपुरा ज़िला अमृतसर में पंचायती रास्तों और खाल्यें को बेचने की परवानगी मौजूदा सरकार की तरफ से नहीं बल्कि सभी नैतिकता को ख़त्म करते हुए पुरानी सरकार के कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने 11 मार्च 2022 को जारी की थी, जबकि उस समय कोड आफ कंडटकट लगा हुआ था और 10 मार्च के चयन नतीजों में कांग्रेस पार्टी बुरी तरह हार चुकी थी। उस समय कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा को मिसल और परवानगी देने का कोई अधिकार नहीं था। इन शब्दों का दिखावा कुलदीप सिंह धालीवाल ग्रामीण विकास पर पंचायत मंत्री पंजाब ने ज़िला प्रशास्निक कंपलैक्स में प्रैस पत्रकारों के साथ बातचीत करते किया। धालीवाल ने विस्तार में जानकारी देते बताया कि अल्फा वन सीटी जो कि मानांवाला में बनाई गई है, में पंचायती रास्तों और खाल्यें को बेचने सम्बन्धित 2015 में अकाली दल के सरपंच की तरफ से संकल्प पाया था।
उन्होंने बताया कि अल्फा इंटरनेशनल सीटी कालोनी का कुल क्षेत्रफल लगभग 150 एकड़ है और इस ज़मीन में पंचायती रास्ते और गड्ढा पड़ते थे, जो कि उस प्रोजैक्ट में अडचन थे। उन्होंने बताया कि उस समय के मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा शरेआम कलोनाईज़र के साथ मिलीभुगत करके पंचायती रास्तों और खालों की परवानगी केवल 43 लाख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब के साथ जारी कर दिए, जबकि इसकी मार्केट रेट 7.5 करोड़ रुपए प्रति एकड़ था। उन्होंने बताया कि रास्तों और खाल्यों का कुल क्षेत्रफल 32 कनाल 16 मरले बनता था और इस तरह करन के साथ सरकार को 28 करोड़ रुपए का भारी नुक्सान हुआ है। धालीवाल ने बताया कि जिस समय यह फ़ैसला लिया गया, उस समय माडल कोड आफ कंडक्ट लागू था। उन्होंने बताया कि 10 मार्च 2022 को विधान सभा के नतीजे आ चुके थे और पुरानी सरकार की तरफ से अपना इस्तीफ़ा माननीय राज्यपाल को सौंप दिया गया था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इस सभी स्कैंडल की जाँच पड़ताल करके तीन सदस्यता समिति का गठन कर दिया है, जो एक हफ़्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और उस रिपोर्ट के आधार पर जो भी दोषी हुआ चाहे वह अधिकारी हो या नेता उस विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस तीन सदस्यता समिति में अमित कुमार आई ए ऐस. संयुक्त विकास कमिशनर, सरबजीत सिंह संयुक्त डायरैक्टर ग्रामीण विकास और जोहरइन्दर सिंह आहलूवालीया सीनियर कानून अफ़सर शामिल किये गए हैं, जो सभी मामलो की जांच करेंगे। प्रैस पत्रकारों के साथ बातचीत करते धालीवाल ने कहा कि पिछले 15 सालों दौरान जितनी भी कालोनियें काटीं गई हैं, उन की मुकम्मल जांच करवाई जायेगी और सरकारी रास्तों से कब्ज़ा छुडवायआ जायेगा। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार की तरफ से अब तक करीब 5500 एकड़ पंचायती ज़मीनें को कब्ज़े नीचे से छुडवायआ गया है और यह कार्यवाही तब तक जारी रहेगी, ख़ानदानी तक हम सभी कब्ज़े छुडवा नहीं लेते। प्रैस पत्रकारों के सवाल के जवाब में धालीवाल ने स्पष्ट किया कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रसाशन देने के लिए वचनबद्ध है और सरकार को हुए नुक्सान की भरपायी दोषियों से जायेगी। इस मौके पर प्रभजीत बराड़ ज़िला सचिव आप, बलदेव सिंह बब्बू, गुरजंट सिंह भी उपस्थित थे।
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