कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 1 अगस्त ;- दुबई के प्रख्यात व्यवसायी और सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख डॉ. एस.पी. सिंह ओबेरॉय द्वारा जो बिना किसी से एक पैसा लिए अपनी जेब से सेवा कार्यों पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। श्री गुरु तेग बहादुर जी की 400वीं जयंती को समर्पित सनी ओबेरॉय क्लिनिकल लैब एंड डायग्नोस्टिक सैंटर का उद्घाटन आज अमृतसर में कैबिनेट मंत्री डॉ. इंद्रबीर सिंह निझर ने ट्रस्ट प्रमुख डॉ. एसपी सिंह ओबेरॉय की उपस्थिति में किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में ट्रस्टी डॉ. सतनाम सिंह निझर भी शामिल हुए।गुरु नगरी के सरकारी मैडिकल कॉलेज के सर्कुलर रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब में खोली गई इस लेबोरेट्री के उद्घाटन के बाद कैबिनेट मंत्री डॉ. निझर ने पंजाब और अन्य राज्यों में डॉ. एसपी सिंह ओबेरॉय द्वारा प्रदान की गई अनुकरणीय सेवाओं की प्रशंसा की और कहा कि सभी पंजाबी हर मुश्किल समय में सबसे पहले आगे आते हैं और जरूरतमंद लोगों की सेवा करते हैं, जिस से दुनिया भर में पंजाबियों का गौरव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा स्थापित इस बेहद कम लागत वाली लेबोरेट्री से अमृतसर जिले को बड़ी सुविधा मिलेगी।
इस बातचीत के दौरान ट्रस्ट प्रमुख डॉ. एस.पी सिंह ओबेरॉय ने कहा कि ट्रस्ट की ओर से अब तक पंजाब और हरियाणा सहित अन्य राज्यों में 70 लेबोरेट्रीज खोली गई हैं, जिनमें करीब 50 हजार लोग हर महीने लागत दरों पर ही अपना टैस्ट करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट जल्द ही गुरु नगरी के दक्षिणी निर्वाचन क्षेत्र में एक और लेबोरेट्री खोलेगा और जिले के विभिन्न हिस्सों में कुलेक्शन केंद्र भी खोले जाएंगे। डॉ. ओबेरॉय के अनुसार गुरु साहिब के आगमन पर्व को समर्पित 100 लेबोरेट्रीज स्थापित करने का उनके द्वारा निर्धारित लक्ष्य इस वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।इस दौरान ट्रस्ट के स्वास्थ्य सेवा सलाहकार डॉ. दलजीत सिंह गिल, प्रधानाचार्य डॉ. राजीव देवगन, उप प्रधानाचार्य डॉ. जगदेव सिंह कुलार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के.डी. सिंह, ट्रस्ट के मीडिया सलाहकार रविंदर रॉबिन, माझा जोन के अध्यक्ष सुखजिंदर सिंह हेर, सलाहकार सुखदीप सिद्धू, मनप्रीत सिंह संधू, नवजीत सिंह घई, शीशपाल सिंह लाडी, हरिंदर सिंह सेखों, अध्य्क्ष प्रिंस धुना पट्टी, धर्मबीर मल्हार, विशाल सूद, डॉ. परमजीत कौर बग्गा, डॉ. शैलप्रीत कौर सिधु, डॉ. अमनदीप कौर, डॉ. जगदीपक सिंह सहित ट्रस्ट व गुरुद्वारा साहिब के सदस्य भी उपस्थित थे।