कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 15 सितंबर ; पंजाब सरकार के निर्देश और सुधार नीति को ध्यान में रखते हुए पंजाब की जेलों में परिवार भेंट योजना शुरू की गई थी, जिसके तहत रिमांड बंदियों को गलवक्कड़ी (पारिवारिक भेंट) हो सकेगी। इस कार्यक्रम के तहत अच्छे आचरण और अन्य शर्तों को पूरा करने वाले कैदियों को जेल के अंदर अपने परिवार से मिलने का मौका दिया जाएगा। इस संबंध में आज जिला एवं सत्र न्यायाधीश हरप्रीत कौर रंधावा ने केदारी जेल अमृतसर में पारिवारिक बैठक के लिए बने विशेष हॉल का उद्घाटन किया।
रंधावा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पंजाब सरकार द्वारा यह बहुत अच्छी पारिवारिक यात्रा योजना शुरू की गई है, जिसके तहत कैदी इस महीने के भीतर प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को एक घंटे के लिए अपने परिवार के 5 सदस्यों से मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि अगले महीने सोमवार से शनिवार तक सप्ताह में 6 दिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक परिवार के सदस्यों को अपने रिश्तेदारों से मिलने का मौका दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस पारिवारिक भेंट कार्यक्रम के तहत जेल में बंद बंदियों/बंदियों को अपना अच्छा व्यवहार बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा और इससे पंजाब की जेलों में सुधार कार्यों में तेजी आएगी।
इस मौके पर वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारा सुरिंदर सिंह ने कहा कि यह बैठक पिछली बैठक से अलग होगी। इस योजना में, हवालती के परिवार के सदस्य हॉल में बैठकर अपने दुख-सुख अपने परिवार के सदस्यों के साथ साझा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जेल में अच्छे आचरण वाले, पैरोल के नियमों का पालन करने वाले और अच्छा व्यवहार करने वाले कैदियों को ही यह सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि गैंगस्टर और अन्य खतरनाक अपराधियों को यह सुविधा नहीं मिलेगी। सुरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार बंदियों के परिजनों की सुविधा के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू कर रही है, जिसके तहत वे तय तारीख पर पोर्टल पर जाकर मुलाकात कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्य जेल में बने विशेष हॉल में आएंगे और वहां बैठकर अपने रिश्तेदारों से मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे कैदियों के व्यवहार में सुधार होगा और वे जेल से छूटने के बाद अपने परिवार के साथ रहेंगे। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सिविल जज-सह-सचिव पुष्पिंदर सिंह, अपर अधीक्षक श्यामल ज्योति, उपाधीक्षक सुरक्षा राजा नवदीप सिंह, उपाधीक्षक जयदीप सिंह और सीआर:पीएफ के कमांडर जसबीर सिंह भी मौजूद थे।