कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,17 दिसंबर 2022– केंद्र सरकार ने मौलाना आजाद राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना और प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को वर्ष 2022-23 से बंद करने के फैसले का विरोध किया है । उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के एक हिस्से के रूप में अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना शुरू की गई है। इस योजना को बंद करने से अल्पसंख्यक छात्रों और के साथ बहुत अन्याय होगा वे पढ़ने के अवसर खो देंगे और इस तरह के कदम से मुस्लिम, सिख और ईसाई छात्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों के छात्र जो सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हैं और इन समुदायों के उत्थान की आवश्यकता है। विशेषज्ञ ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इन सुविधाओं को बंद करना या वंचित करना अल्पसंख्यकों के शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है.और यह बाबासाहेब अंबेडकर के सपने के खिलाफ भी जाएगा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 केंद्र सरकार के लिए सभी को अनिवार्य और मुफ्त प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना अनिवार्य बनाता है। पंजाब राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से केंद्र सरकार को निर्देश जारी करने की अपील की ताकि अल्पसंख्यक समुदायों के लिए इन योजनाओं को जारी रखा जा सके।उन्होंने कहा कि आयोग के माननीय बनवारी लाल पुरोहित पंजाब के राज्यपाल, भगवंत सिंह मान मुख्यमंत्री और डॉ. बलजीत कौर अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए इस योजना को जारी रखने के लिए सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मंत्री से केंद्र के साथ मामला उठाने का अनुरोध भी करेंगी।