कल्याण केसरी न्यूज़ मोहाली,12 फरवरी ; निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के संदेश “मानवता रगों में दौड़ती है ” का यही अभिप्राय है कि मानव शरीर में दौड़ने वाला रक्त ही मानवता का परिचायक है। रक्तदान किसी भी रंग,भेद,नस्ल, जाति को देखकर नहीं किया जाता बलिक रक्तदान केवल दूसरे मानव के कल्याण के लिए ही किया जाता है। इसी भावना को लेकर मोहाली के टीडीआई स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन का सामाजिक विभाग) द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन एच एस चावला जी, मैम्बर इंचार्ज ब्रांचीज, चण्डीगढ ,पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड व जम्मु कश्मीर जी के कर कमलों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने एलोपैथिक डिस्पेंसरी का भी शुभारंभ किया।इस अवसर पर 180 श्रद्धालुओं ने रक्तदान कर इस महायज्ञ में अपना योगदान दिया।इस अवसर पर एच एस चावला जी मैम्बर इंचार्ज ब्रांचीज ने रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि रक्त सम्बंधों से भाईचारा बनता है, वही रक्तदान से रक्त संबंध बनते हैं। यही रक्तदान की श्रेष्ठता है। इस का बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने हरदेव वाणी में बहुत सुंदर चित्रण किया है- ‘मानव को हो मानव प्यारा, एक दूजे का बने सहारा। यही तो निरंकारी श्रद्धालु विश्व भर में रक्तदान शिविरों में रक्तदान करके कर रहे हैं।इस अवसर पर टीडीआई भवन के इंचार्ज गुरु प्रताप सिंह और मोहाली ब्रांच की संयोजक डॉ जे के चीमा जी ने एसएस चावला जी, चंडीगढ़ के जोनल इंचार्ज ओ पी निरंकारी,रक्तदाताओं, डॉक्टरों की टीम तथा गणमान्य व्यक्तियों का अभिवादन व धन्यवाद किया।चंडीगढ़ के जोनल इंचार्ज ओ पी निरंकारी जी ने बताया कि 1986 से लगातार रक्तदान शिविरों का यह लड़ी चली आ रही है। सतगुरु के आदेश को ही सर्वोच्च मानते हुए मानवता के कल्याण के लिए श्रद्धालु अपने आप को अर्पित व समर्पित करते हैं, जिसकी मिसाल यह रक्तदान शिविर है। इसी प्रकार एलोपैथिक डिस्पेंसरी की शुरुआत का भी मुख्य उद्देश्य अध्यात्म के साथ साथ मानव कल्याण के अन्य क्षेत्रों में सामाजिक सहयोग को बढ़ावा देना है।रक्त संग्रहित करने गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल सेक्टर 16 की डॉ सिमरजीत व सामान्य अस्पताल, मोहाली डॉ तानिया के नेतृत्व में टीम ने पहुंचकर रक्त के यूनिट एकत्रित किए।