कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 22 जून :डिप्टी कमिश्नर अमित तलवार ने कहा है कि खेतों के कचरे, खासकर धान की पराली में आग लगाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अग्रिम प्रबंध किए जाएंगे, ताकि अगले सीजन में इस बार की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक खेतों में आग कम किया जा सकता है पराली को आग लगाने संबंधी अग्रिम प्रबंधों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक के दौरान डिप्टी कमिश्नर ने पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायत, सहकारिता विभाग और अन्य संबंधितों को किसानों को पराली की नवीनतम तकनीकों के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए। प्रबंधन किया जाना चाहिए तथा इस कार्य के लिए अन्य संस्थाओं से भी सहयोग लिया जाना चाहिए।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने किसानों को पराली के इन-सीटू प्रबंधन के लिए सुपर एसएमएस, बेलर, हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, रिवर्सिबल हल, रेक, पैडी स्ट्रॉ चॉपर प्रदान किए हैं।, सब्सिडी मल्चर, जीरो टिल, स्मार्ट सीडर, क्रॉप रीपर आदि पर उपलब्ध कराया जा रहा है, इसलिए किसान अवश्य आवेदन करें।इसके अलावा, उद्यमियों को खेतों के बाहर पराली को संभालने के लिए पूर्व-स्थिति व्यवस्था के तहत जिले में बड़ी क्षमता वाली फ़ैक्टरियाँ स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
जिससे किसानों की पराली को बचाया जा सके। इसके साथ ही भट्टियों में ईंधन के रूप में भूसे के उपयोग और मोम कारखानों में बॉयलर में भूसे के उपयोग पर भी विचार किया गया।बैठक के दौरान उपायुक्त ने ग्राम पंचायतों एवं सहकारी समितियों को मशीनरी खरीदने, अग्नि संभावित हॉट स्पॉट गांवों पर कड़ी नजर रखने, ग्रामीण स्तर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नियुक्त कर्मचारियों को सतर्क करने और पर्यावरणीय मुआवजा वसूलने को कहा। आग लगने की स्थिति में। ऊपर जोर देने के अलावा, मैंने फार्म ऐप और मशीनरी मैपिंग की समीक्षा की।इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर, मुख्य कृषि अधिकारी स. जतिंदर सिंह गिल, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यकारी अभियंता और अन्य विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।