कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 6 दिसंबर, 2023– पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल सर्विसेज यूनियन के राज्य निकाय ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना की बहाली, डीए के बकाया जैसी जायज मांगों को संबोधित किया है। किश्तें जारी करना, वेतन आयोग की त्रुटियों को दूर करना, दिनांक 15.01.2015 का पत्र निरस्त कर परीवीक्षा अवधि के दौरान पूर्ण वेतन भत्ते के साथ जारी करना, 17.07.2020 के बाद केन्द्रीय पैटर्न पर नई भर्ती का पत्र निरस्त करना। 04—09—14 ए.सी.पी. स्कीम को बहाल करने, टाइप टेस्ट की शर्त हटाकर कंप्यूटर कोर्स लागू करने, कच्चे कर्मचारियों को नियुक्त करने, 37 प्रकार के कटे भत्ते बहाल करने की मांगों को लेकर सरकार को मांग पत्र दिया गया था, लेकिन सरकार ने कर्मचारियों की मांग पर कोई जवाब नहीं दिया। अधिकार।प्रतिक्रिया न मिलने पर राज्य निकाय द्वारा कलम काटने की हड़ताल दिनांक 11.12.2023 तक बढ़ा दी गई है।
जानकारी देते हुए जगदीश ठाकुर जिला महासचिव पीएसएमएसयू ने बताया कि दिनांक 08/11/23 से लगातार चल रही कलम काट हड़ताल की शृंखला के तहत आज दिनांक 06.12.2023 को 29वें दिन जिले के समस्त कार्यालय कर्मियों एवं कोषागार कार्यालय के बाहर कर्मचारियों द्वारा कलम काट हड़ताल की गई और पेंशनभोगियों ने मोर्चा/साझा कर्मचारी मंच साझा किया। भाग लेने वाले भाईचारा संगठनों के प्रांतीय नेता सुखनंदन सिंह माहिनी ने बड़ी संख्या में सहयोगियों के साथ शामिल होकर पंजाब के खिलाफ जोरदार नारे लगाए।इस विरोध रैली में मिनिस्ट्रियल सर्विसेज यूनियन के नेता तेजिंदर सिंह ढिल्लों जिला मुख्य प्रवक्ता, अश्नील कुमार शरमन जिला मुख्य सलाहकार, गुरवेल सिंह सेखों अतिरिक्त महासचिव, अमन थ्रीवाल, मुनीश कुमार सूद और साहिब कुमार जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, भाईचारा संगठनों के नेता सुरजीत सिंह शामिल थे। गोराया, सुखदेव सिंह पन्नू, मदनलाल गोपाल, सुखदेव राज कालिया, गुरप्रीत सिंह रियाड़, राकेश कुमार,अतुल शरमन, कुलदीप सिंह सहित विभिन्न विभागों से गुरबिंदर सिंह खैरा, नरिंदर सिंह, प्रेम चंद, गुरदीप सिंह बाजवा, कंवलजीत सिंह, हीरा सिंह, गुरमेज सिंह कलेर, प्रभजीत सिंह वेरका, करमजीत सिंह केपी, भवानीफर, तरलोक सिंह, नरिंदर बल आगू सेहबान , जरनैल सिंह, दीपक अरोड़ा, मुनीश कुमार शरमन, गुरमुख सिंह चहल, तेजिंदर सिंह छजलवाड़ी, संदीप अरोड़ा, बिक्रमजीत सिंह, मलिकियत सिंह, तेजिंदर कुमार, आकाशदीप महाजन,रोबिंदर शरमन, जगजीवन शरमन, गुरदयाल सिंह, राहुल शर्मा, नवनीत शरमन, हरसिमरन सिंह हीरा, शमशेर सिंह, कुलबीर सिंह, हशविंदरपाल सिंह, दविंदर सिंह, सुरजीत सिंह बरनाला, जिम्मी बदवार, सुरिंदर सिंह, जगजीत सिंह आदि कई कर्मचारी नेता मौजूद थे ।