कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,15 दिसंबर; -केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल द्वारा विकलांग लोगों के कल्याण और उनकी जरूरतों के लिए चल रही योजनाओं की समीक्षा के लिए अमृतसर में आयोजित एक बैठक के दौरान उन्होंने जानकारी दी। अमृतसर और उसके आसपास के जरूरतमंद लोग। एलिम्को (आर्टिफिशियल लिमोजिन मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) लोगों की मदद करेगा अमृतसर में एक केंद्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के कृत्रिम अंगों और मशीनरी की आवश्यकता होती है, इसलिए एलिम्को हर जिले में शिविर आयोजित करता है और हर साल उक्त अंगों का आकार लेता है, लेकिन इस तरह से आयोजित शिविर शत-प्रतिशत लोगों की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
पूरा नहीं हुआ इसलिए, यह आवश्यक है कि अमृतसर और इसके आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अमृतसर में एलिम्को का एक स्थायी केंद्र खोला जाए। उन्होंने कहा कि इससे डॉक्टर द्वारा बताई गई जरूरत के मुताबिक मौके पर ही या एक-दो दिन के अंदर जरूरतमंदों को कृत्रिम अंग या अन्य सहायक सामग्री मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि विभाग जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार है और जल्द ही दिव्यांगों की पहचान को आसान बनाने के लिए नई अधिसूचना जारी की जा रही है, जिसमें सरकारी डॉक्टरों के साथ-साथ निजी डॉक्टरों द्वारा की गई पहचान को भी मान्यता दी जाएगी.इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी ने जिले की जरूरतों और पूर्ति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमें एल्मिको से लगातार सहयोग मिल रहा है और अब तक हम करीब 4 लोगों को 5 करोड़ रुपये के कृत्रिम अंग और सहायक सामग्री वितरित कर चुके हैं। हजारों जरूरतमंद लोग। जो लगातार जारी है। उन्होंने दिव्यांग बच्चों की शिक्षा एवं शारीरिक विकास के लिए जिले में चलाये जा रहे ‘पहल’ स्कूल की जानकारी भी अग्रवाल से साझा की उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ऐसे जरूरतमंद लोगों के कल्याण के लिए तत्पर है और जहां भी हमें किसी जरूरतमंद व्यक्ति के बारे में जानकारी मिलती है।इसलिए विभाग हरसंभव मदद करता है। उन्होंने एलिम्को द्वारा केंद्र खोलने के निर्णय की सराहना की इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त हरप्रीत सिंह, जिला सामाजिक शिक्षा अधिकारी एएसआई इंदर सिंह, डीईओ राजेश शर्मा, डिप्टी डीईओ बलराज सिंह, एलिम्को अधिकारी ईशविंदर सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।