कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 8 फरवरी 2024 ; जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण की माननीय अध्यक्ष-सह-जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुश्री हरप्रीत कौर रंधावा ने आज केंद्रीय जेल से किशोर कैदियों और कैदियों की पहचान करने के लिए जेल का दौरा किया। उन्होंने जेल में तैनात डॉक्टरों और जेल अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जेल से नाबालिग कैदियों की पहचान उनके रिकॉर्ड और शारीरिक मापदंडों के आधार पर करें और वयस्क कैदियों की एक सूची तैयार करें ताकि उन्हें जेल से किशोर सुधार गृह में स्थानांतरित किया जा सके। इस मौके पर उन्होंने कैदियों को दिये जाने वाले भोजन की जांच स्वयं खाकर की । इसके अलावा उन्होंने जेल कैंटीन का दौरा कर सफाई व अन्य व्यवस्थाओं का मौका देखा। उन्होंने बंदियों से भी खुलकर बात की और जेल की व्यवस्थाओं के बारे में उनकी राय जानी।
मालूम हो कि सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में किशोर बंदियों की पहचान के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है । इस अभियान के तहत जेलों में बंद ऐसे कैदियों और बंदियों की पहचान करने की कार्रवाई की जा रही है जो अपराध के समय नाबालिग थे और उनका आवेदन बाल देखभाल संस्थान को भेजने की कार्रवाई की जा रही है ताकि यदि कैदी या बंदियों को किशोर पाया जाए तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। बच्चे की देखभाल की जाएगी। संस्थान या सुरक्षित स्थान पर भेजा जा सकता है। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रशपाल सिंह ने कहा कि इसके अलावा अन्य सभी कैदी या बंदी जिनकी उम्र 18 से 22 वर्ष के बीच है। उनकी भी जांच की जाएगी और यदि उनमें कोई किशोर निकलता है तो उपरोक्त के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत उन्होंने जेल विजिटिंग लायर एवं पीएलवी की ड्यूटी लगाई है जो लगातार जेल जाकर निर्धारित प्रपत्र पर जानकारी एकत्रित कर उचित कार्रवाई करेंगे। यह अभियान पूरे माह चलेगा।