कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 05 मार्च: पंजाब जेल ओलंपिक जोन स्तर के खेल सेंट्रल जेल अमृतसर में बड़े उत्साह के साथ शुरू हुए। इस खेल मेले में अमृतसर के अलावा पट्टी, होशियारपुर, पठानकोट, फिरोजपुर और तरनतारन जेलों के कैदी भाग ले रहे हैं। खेलों से पूर्व शिक्षण संस्थानों के खेलों की भांति बंदियों द्वारा मार्च पास्ट किया गया।इसके अलावा भांगड़ा और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी अच्छी हुई, जिसमें कैदियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया । मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) सह सचिव डीएलएसए रशपाल सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में इन्ना गेम्स का उद्घाटन किया। उन्होंने कैदियों के पुनर्वास के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि जिस तरह कैदी इतने उत्साह से खेलों में भाग ले रहे हैं । उनके पास जीवन के प्रति एक महान दृष्टिकोण और आशा है जो उन्हें पुनर्वास और सुधार की ओर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जोन में ऐसे खेल आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें विभिन्न जेलों के हजारों कैदी विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।
पहले दिन ‘रस्साकसी’ खेल प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने उत्साह और लगन के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया।
पहले मैच में सेंट्रल जेल फिरोजपुर ने सेंट्रल जेल होशियारपुर पर जीत दर्ज की, जबकि दूसरे मैच में सेंट्रल जेल गुरदासपुर ने सेंट्रल जेल अमृतसर पर जीत दर्ज की। फाइनल मुकाबले में सेंट्रल जेल गुरदासपुर का मुकाबला सेंट्रल जेल होशियारपुर से हुआ। इस अवसर पर जेल अधीक्षक अनुराग कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि ये खेल प्रतियोगिताएं एक परिवर्तनकारी यात्रा का प्रतीक हैं और ये कारावास की सीमाओं के भीतर आशा और सम्मान की भावना पैदा करती हैं।उन्होंने कहा कि पंजाब जेल ओलंपिक सकारात्मक बदलाव और मुक्ति की क्षमता, सीमाओं को पार करने और समुदायों को एकजुट करने के लिए सलाखों के पीछे खेल की शक्ति का एक प्रमाण है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वॉलीबॉल, बैडमिंटन, एथलेटिक्स, कबड्डी, शतरंज जैसी अन्य खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी ।