कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 23 मई; अमरिन्दर सिंह ग्रेवाल ने आज सेंट्रल जेल, अमृतसर का दौरा किया और दोषियों के शौचालयों की सफाई, बैरकों की सफाई और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता का निरीक्षण किया। इस अवसर पर रछपाल सिंह, सचिव जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, परिंदर सिंह, उनके साथ अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं न्यायाधीश कुमारी सुप्रीत कौर भी थीं।इस समय जेल अधीक्षक अनुराग कुमार आज़ाद अपने अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर मौजूद थे। जज साहब ने बैरक का निरीक्षण किया और बैरक के अंदर और बाहर बने शौचालय और कैदियों के रहने के स्थान का निरीक्षण किया।जिसमें शौचालयों की हालत बहुत खराब थी और उनका आकार भी बहुत छोटा था जो 20-30 शरणार्थियों के लिए पर्याप्त नहीं है। उनमें से कई की मरम्मत की जरूरत है और कई जगहों पर नए शौचालयों की जरूरत है।
जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में 50 बैरक हैं, जिस पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने निर्देश दिया कि 50 बैरक एवं आवास, शौचालय आदि की मरम्मत यथाशीघ्र करायी जाये तथा उनकी साफ-सफाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। हर 15 दिन में जिला विधिक सेवाएं, अमृतसर के कार्यालय में भेजा जाए ताकि समय-समय पर और सुधार लाने के लिए दौरा किया जा सके।
इसके साथ ही न्यायाधीशों ने दोषियों और कैदियों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की। जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण महिलाओं, बच्चों, शरणार्थियों, कैदियों और जिनकी वार्षिक आय 3 लाख से कम है, उन्हें मुफ्त कानूनी सेवाएं भी प्रदान करता है, जैसे अदालतों में वकीलों की मुफ्त सेवाएं, कानूनी सलाह, अदालती भुगतान की प्रतिपूर्ति आदि। उक्त सेवाएँ जिला विधिक सेवा द्वारा निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।
इसके बाद जज साहब बीमार दोषियों और कैदियों से मिले और उन्हें हो रही परेशानियों को सुना । जेल अधीक्षक द्वारा जज साहब को बताया गया कि वर्तमान में जेल में डॉक्टरों एवं अन्य स्वास्थ्य सेवा कर्मियों की कमी है। जज साहब ने जेल अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के निर्देश जारी किये। साथ ही जो अपराधी छोटे-छोटे मामलों में जेल में बंद हैं उनके मामले लंबे समय से अदालत में लंबित हैं, उन्हें अपने मामलों को कैंप कोर्ट में सुनवाई के लिए रखने के लिए सचेत किया गया और अपना अपराध कबूल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया ताकि उनके मामलों का जल्द से जल्द निपटारा किया जा सके।