1965 और 71 की जंग के बाद भी व्यापार बंद नहीं हुआ था – औजला

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,7 अगस्त 2024: चुनावों के दौरान अपने किए वादे को पूरा करते हुए सांसद गुरजीत सिंह औजला ने आज सांसद में वाघा बार्डर ट्रेड खोलने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 1965 और 1971 की लड़ाई के बाद भी यह ट्रेड बंद नहीं किया गया था लेकिन अब बालाकोट अटैक के बाद इसे बंद कर दिया गया जबकि यह अमृतसर में रोजगार के ले रीढ़ की हड्डी की तरह काम करता है।

जीरो आवर में उठाया मुद्दा ;सांसद गुरजीत सिंह औजला ने जीरो आवर में आज वाघा बार्डर ट्रेड का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वाघा बार्डर जहां से पाकिस्तान के साथ सालों से व्यापार किया जा रहा था उसे बालाकोट अटैक के बाद 200 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगाने के बाद  बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यह बेहद पुरातन ट्रेड है क्योंकि पाकिस्तान के साथ सामाजिक और ऐतिहासिक तौर पर उनका सभ्याचार एक ही है। जब ट्रेड खुला था तो इंपोर्ट के लिए 500 के करीब ट्रक रोजाना आते थे। लेकिन बालाकोट अटैक के बाद इसे बंद कर दिया गया जिससे तकरीबन 10हजार लोग बेरोजगार हो गए। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो इंडस्ट्री लगाने की बात की जा रही है वहीं पहले से चल रहे व्यापार और रोजगार को बंद किया जा रहा है। व्यापार बंद होने से ट्रक वाले, वर्कशाप का काम करने वाले सब बेरोजगार हो गए।

120 एकड़ में बना आईसीपी; सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि वाघा बार्डर पर ट्रेड को फिर से शुरु करना चाहिए। आईसीपी 120 एकड़ में बना हुआ है जिसका 2012 में उद्घाटन किया गया था जो कि अब बेकार पड़ा है। अमृतसर और लाहौर का पुरातन रिश्ता है। यहां से अफगानिस्तान और यूएई तक व्यापार किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि 1965 और 71 की जंग के बाद भी इसे बंद नहीं किया गया लेकिन अब सरकार ने इस बंद कर दिया है जबकि यह अमृतसर के लिए रीढ़ की हड्डी है। उन्होंने कहा कि बार्डर एरिया होने के कारण वहां इंडस्ट्री नहीं है ऐसे में यह रोजगार भी बंद होना लोगों के लिए बेहद नुक्सानदाई है। इसीलिए वह चाहते हैं कि सरकार इसका संज्ञान ले और इसे जल्द से जल्द शुरु करवाए।

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