कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 24 अक्टूबर 2024: जिला प्रशासन द्वारा वर्ष 2008 में रेडक्रॉस की मदद से शुरू की गई पंघूड़ा स्कीम 193 बच्चों की जान बचाने में सफल रही है। 20 अक्टूबर को नवजात बच्ची को पंघूड़े में रखा गया। बच्ची को तुरंत मेडिकल पार्वती देवी हॉस्पिटल रेफर किया गया और अब बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है.
इस संबंध में जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने बताया कि लापा योजना के तहत बच्चों को पूर्व में भेजे गये बच्चों की तरह ही निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर स्वामी गंगा नंद भूरी वाले फाउंडेशन धाम भेजने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. इन्हें सरकार, संस्था गोद लेकर जरूरतमंद परिवार को देगी
उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस सोसायटी के सहयोग से शुरू की गई इस अनूठी पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि 193 मासूमों की जान बचाने वाला यह पालना जहां बधाई का पात्र है, वहीं सच यह है कि अब तक पंघूड़े में आने वाले बच्चों में बड़ी संख्या में लड़कियां मिलना समाज के लिए गंभीरता का मसला है। इस अवसर पर सोनम एस.डी.एम. मजीठा ने पार्वती अस्पताल के स्टाफ की सराहना की कि उन्होंने पांच दिनों तक इस बच्ची की पूरी देखभाल की है।
उल्लेखनीय है कि पंघूड़े में बच्चे की जानकारी रेड क्रॉस कर्मियों को पंघूड़े के नीचे लगी घंटी से मिलती है और वे तुरंत पास के पार्वती देवी अस्पताल से बच्चे को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराते हैं। गौरतलब है कि पंघूड़े में पल रहे बच्चों की मेडिकल जांच पार्वती देवी अस्पताल में की जाती है और अस्पताल कोई शुल्क नहीं लेता है और बच्चों का सारा इलाज मुफ्त में किया जाता है। बच्चे को सरकार द्वारा घोषित संस्था लीगल एडॉप्शन एड प्लेसमेंट एजेंसी में स्थानांतरित कर दिया जाता है, जहां से जरूरतमंद परिवार सुरक्षित पालन-पोषण और बेहतर भविष्य की उम्मीद में बच्चे को गोद ले लेते हैं। पंघूरा योजना के तहत इन बच्चों के आने से अब तक बच्चों की संख्या 193 हो गई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बच्चा गोद लेना चाहता है तो वह अपना रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन वेबसाइट www.care.nic.in पर करा सकता है। रेड क्रॉस सोसायटी के कार्यकारी सचिव सैमसन मसीह ने बताया कि अब तक 162 लड़कियां और 31 लड़के इस योजना के तहत आ चुके हैं।
इस अवसर पर गुरदशन कौर बावा, अजय डुडेजा, हरजीत सिंह ग्रोवेन भी उपस्थित थे।