कल्याण केसरी न्यूज़, जंडियाला गुरु, 25 अक्टूबर 2024: कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने नवनिर्वाचित पंचायतों के पंचों, सरपंचों को बिना किसी भेदभाव के गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने और विकास की गति को तेज करने के लिए कहा। पंचायत चुनाव 2024 में जनता ने जिन पंचायतों को चुना है, वे अब गांवों के विकास की गवाह बनेंगी।
पंचायतों का सम्मान करते हुए और जनता द्वारा लिए गए फैसले के लिए धन्यवाद करते हुए कैबिनेट मंत्री ई.टी.ओ अपने दौरे के दौरान उन्होंने गांवों के लोगों से चर्चा की और कहा कि पंजाब में गांवों के विकास का खाका तैयार कर लिया गया है, गांवों में अब फुटपाथ, गलियां, नालियां, सीवेज, जल आपूर्ति, प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल है। गंदे पानी की निकासी, तालाब की सफाई, सामुदायिक केंद्रों के निर्माण और गांवों की ओर जाने वाली सड़कों के चौड़ीकरण के अलावा और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। गाँव के स्कूलों का चेहरा बदल रहा है, आम आदमी क्लिनिक लोगों और घरों के करीब गुणवत्तापूर्ण बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों की छात्राओं के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोगों ने चुनाव में शांतिपूर्वक मतदान कर आपसी भाईचारा और सौहार्द कायम रखा है, अब राजनीति नहीं बल्कि विकास का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि अब हमें जो विकास कार्य करने हैं उनके निर्णय परामर्श से लिए जाएंगे, धन्यवाद यात्रा के दौरान हम लोगों से चर्चा करेंगे कि कौन से कार्य प्राथमिकता से किए जाएं, कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में नवनिर्वाचित पंचायत को बिना किसी भेदभाव के विकास के लिए धनराशि उपलब्ध करायी जायेगी, उन्होंने कहा कि पंचायतों का भी कर्तव्य है कि वे राजनीति से ऊपर उठकर बिना किसी पक्षपात के गांवों का विकास करें।
कैबिनेट मंत्री ईटीओ नवनिर्वाचित पंचायत ग्राम वामपंथी राजपूतों द्वारा आयोजित धन्यवाद समारोह में भाग लिया एवं ग्रामवासियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने सरपंच श्री अजय गांधी और उनकी टीम को बधाई दी और उन्हें क्षेत्रवासियों की सेवा में हर समय उपस्थित रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
कैबिनेट मंत्री ने गांव गुन्नोवाल, गिल, सरजा, जोगा सिंह वाला, कस्बा मेहता चौक और गांव खब्बे राजपूतां की पंचायतों को विशेष तौर पर सम्मानित किया। इस मौके पर उनके साथ परमजीत सिंह, सविंदर कौर, सरपंच गुरमुख सिंह सरजा, लखबीर कौर और गांव के अन्य बुजुर्ग मौजूद थे।