उपायुक्त ने विश्व विजेता गुकेश के लिए शतरंज बनाने वाले कारीगरों को सम्मानित किया

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 19 नवंबर 2024; डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने आज हाल ही में सिंगापुर में आयोजित विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाले भारतीय शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश के लिए शतरंज की मोहरें बनाने वाले कारीगरों को विशेष रूप से अपने कार्यालय में आमंत्रित किया और शतरंज की मोहरें बनाने के संबंध में उन्हें अमृतसर में सम्मानित किया। प्रा. की इस कला के बारे में विस्तृत जानकारी उल्लेखनीय है कि अमृतसर में लगभग 100 वर्षों से शतरंज की मोहरें बनाई जाती रही हैं। पहले इसके लिए हाथी दांत का भी उपयोग किया जाता था, लेकिन अब केवल लकड़ी की मोहरें ही बनाई जाती हैं, जो अधिकतर यूरोपीय देशों में निर्यात की जाती हैं।

ऐसी ही एक फर्म, चोपड़ा एंड कंपनी, जो लंबे समय से शतरंज बना रही है, ने कुछ समय पहले शतरंज चैंपियन गुकेश के लिए एक शतरंज सेट बनाकर भेजा था। उक्त फर्म के मालिक आदित्य चोपड़ा ने बताया कि शतरंज का खेल भारत में बहुत लोकप्रिय नहीं है, जबकि यह खेल यूरोपीय देशों में अधिक खेला जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे कारीगर बलजीत सिंह द्वारा बनाई गई मोहरों का उपयोग इस बार गुकेश ने किया है। उन्होंने कहा कि ये कारीगर हमारे साथ काम कर रहे हैं लंबे समय से हैं और उनके नक्काशीदार अग्रभाग बेजोड़ हैं। चोपड़ा ने कहा कि दुनिया भर में जहां भी शतरंज टूर्नामेंट आयोजित किये जाते हैं, वहां अमृतसर में बनी शतरंज ही सप्लाई की जाती है।

उन्होंने बताया कि यह काम उनके परिवार ने 1920 में शुरू किया था और अब वे बाजार में अपनी दुकान चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि अमृतसर में शतरंज बनाने वाली करीब 20 इकाइयां काम कर रही हैं। चोपड़ा ने कहा कि वह आज भी स्कूली बच्चों को नो प्रॉफिट-नो लॉस के आधार पर शतरंज बेचते हैं और आज भी अमृतसर में लकड़ी की शतरंज की गोटियां बनाई जाती हैं।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर ने अमृतसर में प्रचलित इस कला की बारीकियों को समझते हुए यह आश्वासन दिया।

अमृतसर की इस कला को दुनिया भर में उजागर किया जाएगा ताकि इस उद्योग को उद्योग के रूप में विकसित कर रोजगार के अधिक अवसर पैदा किए जा सकें। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह पंजाब सरकार का सहयोग लेंगे। इस अवसर पर उपायुक्त ने शतरंज के महारथी एवं चोपड़ा शतरंज के मालिक बलजीत सिंह को भी प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर एस.डी.एम एस: मनकंवल सिंह चहल और महाप्रबंधक उद्योग मनप्रीत सिंह भी उपस्थित थे।

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