कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 25 जून 2025:540 करोड़ रुपये से अधिक की बड़ी अवैध राशि का पता चलामजीठिया द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में 161 करोड़ रुपये की भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी जमा होने का रिकॉर्ड मिला संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 141 करोड़ रुपये के लेन-देन के साक्ष्य मिले बिना किसी सूचना/स्पष्टीकरण के कंपनी के वित्तीय विवरण में 236 करोड़ रुपये की अतिरिक्त जमा राशि पाई गई एसआईटी ने 22 व्यक्तियों और 3 स्थानों पर विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की गई छापेमारी और जब्ती में 30 से अधिक मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, कई डायरियां, कई संपत्ति दस्तावेज और सराया इंडस्ट्रीज से संबंधित दस्तावेज बरामद किए।पंजाब राज्य अपराध पुलिस स्टेशन और विजिलेंस ब्यूरो में वर्ष 2021 में दर्ज एफआईआर नंबर 02 की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) और विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की गई जांच में बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा बड़े पैमाने पर ड्रग मनी की लॉन्ड्रिंग का खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस मामले में विभिन्न अवैध तरीकों से 540 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग मनी का लेन-देन किया गया, जिसमें (i) बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में जमा की गई 161 करोड़ रुपये की भारी बेहिसाब नकदी, (ii) संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 141 करोड़ रुपये का लेन-देन, (iii) बिना किसी सूचना/स्पष्टीकरण के कंपनी के वित्तीय विवरणों में 236 करोड़ रुपये की अतिरिक्त जमा राशि और (iv) बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा बिना किसी वैध आय स्रोत के चल/अचल संपत्ति का अधिग्रहण शामिल है। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन पंजाब स्टेट
क्राइम एसएएस नगर में एनडीपीएस एक्ट, 1985 की धारा 25, 27-ए और 29 के तहत दर्ज एफआईआर नंबर 02 दिनांक 20-12-2021 की जांच कर रहा है। यह मामला विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया गया है, जिसमें बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा बड़े पैमाने पर ड्रग मनी को सफेद करने के ठोस सबूत मिले हैं। इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो सभी तरह के लेन-देन की जांच कर रहा है और एसआईटी द्वारा की गई जांच से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि ये फंड बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा नियंत्रित सराया इंडस्ट्रीज के खाते में जमा किए गए ड्रग मनी से संबंधित हैं। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आगे बताया कि अब तक यह पाया गया है कि 540 करोड़ रुपए की ड्रग मनी को अवैध रूप से लॉन्ड्रिंग किया गया है, जिसे बिक्रम सिंह मजीठिया ने विधायक रहते हुए तथा तत्कालीन पंजाब सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने पद के प्रभाव और दुरुपयोग के माध्यम से जमा किया था। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि बिक्रम सिंह मजीठिया और उनकी पत्नी गिनिव कौर के नाम पर चल/अचल संपत्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसके लिए आय का कोई वैध स्रोत प्रस्तुत नहीं किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के अनुसार, एसआईटी द्वारा 22 व्यक्तियों के परिसरों और विजिलेंस ब्यूरो द्वारा 3 स्थानों पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया गया, जिसमें 30 से अधिक मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, कई डायरियां, कई संपत्ति दस्तावेज और सराया इंडस्ट्रीज से संबंधित कई दस्तावेज मिले। प्रवक्ता ने बताया कि बिक्रम सिंह मजीठिया को विजिलेंस
ब्यूरो द्वारा कानून के अनुसार उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच जारी है, जिसमें और भी गिरफ्तारियां, तलाशी और जब्ती होने की संभावना है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि एकत्र किए गए सभी साक्ष्य संबंधित अदालत के समक्ष रखे जाएंगे और जांच को उसके तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने और न्यायिक निर्णय के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
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