पंजाब सरकार की ओर से तीन प्रशासनिक सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 30 अगस्त 2025: मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा जिले में बाढ़ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने और राहत सामग्री वितरित करने का कार्य लगातार जारी है। इस कार्य की निगरानी के लिए चंडीगढ़ से विशेष तौर पर प्रशासनिक सचिव स्तर के तीन वरिष्ठ अधिकारी — श्री कमल किशोर यादव, श्री वरुण रूज़म और श्री बसंत गर्ग — अजनाला पहुंचे हुए हैं।
आज अजनाला क्षेत्र में दोपहर बाद लगातार बारिश होती रही, लेकिन बारिश के बावजूद राहत कार्य नहीं रुके। सभी वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने कार्यों में पूरी तरह जुटे रहे।
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी की अगुवाई में राहत कार्य सूरज की पहली किरण से पहले ही शुरू हो जाते हैं। वह और ज़िला पुलिस प्रमुख श्री मनिंदर सिंह सुबह 6 बजे से पहले ही प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं और रात 11 बजे तक सभी स्थानों पर जाकर राहत कार्यों की निगरानी करते हैं। उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री रोहित गुप्ता और श्रीमती अमनदीप कौर भी लगातार सेवा कार्यों में लगे हुए हैं।
आज एसडीएम अजनाला श्री रवींद्र सिंह, एसडीएम अमृतसर वेस्ट श्री गुरसिमरन सिंह ढिल्लों और सहायक कमिश्नर श्री खुशप्रीत सिंह रामदास पास के गांवों में राहत कार्यों को संभालते रहे। उनके साथ एनडीआरएफ की दो टीमें, नौकाएं और राहत कार्यों को चलाने के लिए मंगवाए गए एटीओआर वाहन भी शामिल थे।
अजनाला के नजदीकी गांवों — सुधार, मलकपुर, दरिया, रूड़ेवाल, थोबा आदि में राहत कार्य अतिरिक्त निगमायुक्त श्री सुरिंदर सिंह की अगुवाई में जारी रहा। लोपोके तहसील के प्रभावित गांवों में एसडीएम लोपोके और उनकी टीम राहत कार्यों में जुटी रही।
आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रभारी श्री जसकरण बंदेशा और उनकी टीम भी लगातार बाढ़ पीड़ितों की सहायता में लगी हुई है।
इन राहत टीमों को डीज़ल की आपूर्ति ज़िला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक श्री अमनजीत सिंह की अगुवाई में की जा रही है। उनके नेतृत्व में पूरे जिले में फूड पैकेट्स, राशन और पीने योग्य पानी की सप्लाई लगातार जारी है। ज़िला माल अधिकारी श्री नवकीरत सिंह और रेड क्रॉस सचिव श्री सैमसन मसीह के नेतृत्व में प्रशासन और विभिन्न संस्थाओं द्वारा भेजे गए फूड पैकेट्स की डिलीवरी प्रभावित परिवारों तक की जा रही है।
पुलिस केवल सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था ही नहीं संभाल रही, बल्कि लोगों को गांवों से निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है।
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी ने जानकारी दी कि ज़िले के 70 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनकी अनुमानित आबादी लगभग 30,000 है। उन्होंने बताया कि प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ और आर्मी की राहत टीमें भी कार्य कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि जिन स्थानों पर सड़क मार्ग से पहुंचना संभव नहीं है, वहां लगभग 30 नौकाएं राहत कार्य में लगी हुई हैं। ज़िले में तीन राहत कैंप सक्रिय हैं और इसके अलावा कई स्कूलों को भी लोगों के रहने के लिए खोला गया है। राहत शिविरों में आए लोगों को हर प्रकार की सहायता दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा 24 घंटे के लिए मेडिकल टीमें राहत शिविरों में तैनात की गई हैं और ऊँचाई वाले स्थानों पर भी टीमें बैठाकर इलाज व दवाइयों का वितरण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अब तक रेस्क्यू टीमों द्वारा 1700 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला गया है। प्रभावित क्षेत्रों में एक लाख से अधिक पीने के पानी की बोतलें और 40 हजार से अधिक फूड पैकेट्स वितरित किए जा चुके हैं।
ज़िला प्रशासन के अलावा विभिन्न संस्थाएं, गैर सरकारी संगठन और निजी व्यक्ति भी जरूरतमंदों तक राशन सामग्री पहुंचा रहे हैं। खासतौर पर जो लोग अपने घरों की छतों पर शरण लिए बैठे हैं, उन्हें बारिश से बचाने के लिए लगभग 700 तिरपालों का वितरण भी किया जा चुका है।
इस मौके पर ज़िला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक सरदार अमनजीत सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा हर जरूरतमंद व्यक्ति तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि सूखे राशन में आटा, चावल, बिस्किट, माचिस, दलिया, चीनी, चाय पत्ती, मिल्क पाउडर, भुने चने, पीने का पानी, टूथपेस्ट और साबुन आदि की पैकिंग करके भेजी जा रही है ताकि हर परिवार की बुनियादी ज़रूरतें पूरी हो सकें।
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