कहा: श्री अखंड पाठ के भोग उपरांत अजनाला समेत प्रदेश के बाढ़ पीड़ितों की सुख-शांति और चढ़दी कला (उन्नति) के लिए होगी अरदास

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर/अजनाला, 9 सितंबर 2025: पिछले कई दिनों से रावी दरिया के उफनते पानी की बाढ़ और सक्की नाले (नदी) समेत भारी वर्षा के कारण ओवरफ्लो हुए बरसाती नालों के पानी की मनहूस मार का अप्रत्याशित संताप झेल रहे सरहदी विधानसभा क्षेत्र अजनाला के सभी निवासियों की सुख-शांति, बाढ़ के पानी के कारण संभावित बीमारियों से देह निरोगता, फसल-बाड़ी और पशुधन की सुरक्षा सहित पूरे पंजाब वासियों तथा पंजाब सरकार की चढ़दी कला के लिए हलका विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह द्वारा, एक विनम्र सिख श्रद्धालु के रूप में, संत महापुरुष बाबा वरियाम सिंह परो साहिब के सहयोग से ऐतिहासिक गुरुद्वारा परो साहिब, सुधार (अजनाला) में श्री अखंड पाठ साहिब का आरंभ करवाया गया।
उपरांत बातचीत के दौरान विधायक और पूर्व मंत्री धालीवाल ने कहा कि बाढ़ प्रभावित हलका अजनाला में लोगों की हर संभव सहायता पंजाब सरकार द्वारा अपने संसाधनों से करने के साथ-साथ कारसेवा वाले महापुरुषों, विभिन्न धार्मिक, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से की जा रही है। इस सहायता मुहिम के दौरान जिला अमृतसर के सिविल, पुलिस प्रशासन और फौज, बीएसएफ तथा एनडीआरएफ की टीमों के साथ लगभग हर प्रभावित गांव के लोगों तक पहुंच बनाई गई है। जहां कहीं अभी भी कमी रह गई है, उसकी पूर्ति के लिए भी निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने परमात्मा की रज़ा में विश्वास जताते हुए कहा कि भले ही सरकार सहित सामाजिक संस्थाएं बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उत्साह से भूमिका निभा रही हैं, परंतु प्राकृतिक आपदाओं से बचाव केवल परमात्मा का सहारा और folded hands के साथ गुरु घर में की गई अरदास ही कर सकती है। क्योंकि श्रद्धा और विनम्रता से की गई अरदास कभी व्यर्थ नहीं जाती। इसी दृष्टिकोण से आज आरंभ करवाए गए श्री अखंड पाठ साहिब के भोग उपरांत परसों 11 सितंबर को होंगे, और इस अरदास जोड़ड़ी समारोह के दौरान प्रमुख सेवादार संत महापुरुष बाबा वरियाम सिंह जी समेत श्रद्धा से शामिल हुई सभी संगतों द्वारा भी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव, इलाके की सुख-शांति, चढ़दी कला तथा सरबत दा भला (सभी के कल्याण) के लिए अरदास की जाएगी।
उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान की सरकार द्वारा प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों के नुकसान के मुआवजे हेतु देश में पहला राज्य होने का श्रेय लेते हुए हलका अजनाला सहित पूरे प्रदेश में बाढ़ की मार से बर्बाद हुई फसलों का 20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने के फैसले का स्वागत किया और कहा कि फसलों के नुकसान से प्रभावित अन्न उत्पादकों (किसानों) के सहकारी बैंकों और सहकारी सभाओं के कर्जों को बिना ब्याज के 6 महीनों तक स्थगित करके हाड़ी की फसल की बुवाई और देखभाल हेतु नए कर्ज जारी करने के लिए भी जो निर्णय मंत्रीमंडल में लिया गया है, वह किसान हितैषी ऐतिहासिक निर्णय है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार अप्रत्याशित बाढ़ की मार झेल रहे पीड़ितों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए वचनबद्ध है।
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