उपराष्ट्रपति चुनाव में वोट न डालना निंदनीय, सांसद औजला ने जताई नाराज़गी

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 9 सितंबर 2025: उपराष्ट्रपति के चुनाव में पंजाब के तीन सांसदों द्वारा वोट न डालना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कदम न सिर्फ अनुचित है बल्कि सीधे तौर पर बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाला है। उन्होंने कहा कि भले ही ये सांसद अलग‑अलग बहाने बनाकर केंद्र सरकार को निशाना बना रहे हैं, लेकिन वोट न डालकर उन्होंने बीजेपी की ही मदद की है।
औजला ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी नाराज़गी वोट डालकर भी जताई जा सकती है। सही उम्मीदवार का समर्थन कर देशहित में फैसले लिए जा सकते हैं, लेकिन इन सांसदों ने न तो जनता की भलाई को प्राथमिकता दी और न ही देश की आवश्यकताओं को समझा। उन्होंने कहा कि केवल अपने निजी हितों के बारे में सोचकर वोट न डालना देश और पंजाब दोनों के साथ विश्वासघात है।
सांसद औजला ने आगे कहा कि आज़ाद देश में वोट देने का अधिकार सबसे बड़ा लोकतांत्रिक अधिकार है। यही अधिकार अन्य सभी अधिकारों की रक्षा करता है। यदि इस अधिकार का इस्तेमाल ही न किया जाए तो लोकतंत्र की बुनियाद कमजोर हो जाती है। तीनों सांसदों ने वोट न देकर न सिर्फ लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ठेस पहुंचाई बल्कि बीजेपी को मनमानी करने का अवसर भी दिया।
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों ने विश्वास के साथ अपने प्रतिनिधि चुने थे ताकि वे जनता की आवाज़ संसद में उठाएं। लेकिन वोट न डालकर उन्होंने न केवल देश के लोकतांत्रिक ढांचे के साथ खिलवाड़ किया, बल्कि पंजाब के लोगों के साथ भी धोखा किया है। औजला ने सभी नेताओं से कहा कि वो व्यक्तिगत मतभेदों से ऊपर उठकर जनता और देश के हित में काम करें ताकि लोकतंत्र मजबूत बने और देश आगे बढ़े।

Check Also

जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव: नामांकन भरने के अंतिम दिन तक जिला परिषद के लिए कुल 114 और पंचायत समितियों के लिए 745 नामांकन दाखिल

5 दिसंबर को होगी नामांकन पत्रों की जांच, 6 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक …