अजनाला के बाढ़ प्रभावित 19 गांवों के खेतों से रेत, गार और दरियाई सामग्री निकालने की अनुमति जारीः डिप्टी कमिश्नर

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 17 सितंबर 2025: पंजाब सरकार के भू-विज्ञान विभाग द्वारा गठित समिति द्वारा अब तक किए गए सर्वेक्षणों के अनुसार, अजनाला हलके के बाढ़ प्रभावित 19 गांवों की पहचान की गई है, जहां खेतों में रेत पाई गई है। समिति द्वारा पानी उतर जाने के बाद अन्य गांवों की सूची भी जारी की जाएगी और उसके बारे में कानून के तहत उचित प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी ने बताया कि इन 19 गांवों के प्रभावित खेतों से गाद, रेत और अन्य दरियाई पदार्थों को हटाने की अनुमति प्रभावित किसानों/किसान समूहों को दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कार्यकारी इंजीनियर/अमृतसर जल निकासी, माइनिंग और जियोलॉजी विभाग तथा संबंधित उप-मंडल मजिस्ट्रेट यह सुनिश्चित करेंगे कि इस प्रक्रिया के दौरान खेत की जमीन की ऊपरी सतह को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे।
उन्होंने कहा कि विभाग यह भी सुनिश्चित करेगा कि इस प्रक्रिया की आड़ में किसी स्वीकृत रिवर बेड माइन, कमर्शियल माइनिंग साइट या पब्लिक माइनिंग साइट से कोई दरियाई पदार्थ न निकाला जाए।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि 19 गाँवों में मलकपुर, दरिया मूसा, घोनेवाला, सहारन, कसेवाहला, आरज़ी सहारन, मोहम्मद मंदिरां वाला, चाहड़पुर, कोट रजादा, आराज़ी कोट रजादा, पंज ग्राईंवाला, घुमराए, माछीवाला, मंगूणार, शहजादा, कमालपुर खुर्द, नंगल सोहन, रूड़ेवाल और बुद्धा वर्साल शामिल हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने यह भी बताया कि वे किसान जिनके पास कम रकबा है या जो स्वयं की मशीनरी नहीं रखते, वे जिले की नीति के अनुसार प्रशासन से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे किसान हेल्पलाइन नंबर 01858-221102 या 01858-221037 पर संपर्क कर सकते हैं, ताकि उन्हें आवश्यक मशीनरी उपलब्ध करवाई जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रभावित किसान/किसान समूह उप-मंडल मजिस्ट्रेट, माइनिंग विभाग और कृषि विभाग से आवश्यक सहयोग ले सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उपयुक्त खेतों से गाद, रेत और अन्य दरियाई पदार्थों को अगली बुवाई से पहले पूरी तरह से हटा लिया जाएगा।

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