पराली प्रबंधन में किसानों की मदद के लिए मंडियों में जिला प्रशासन ने खोले सहायता केंद्र, हेल्पलाइन नंबर जारी

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 26 सितंबर 2025: पराली को जलाए बिना अगली फसल की बुवाई को सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने किसानों की सहायता हेतु विशेष प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके अंतर्गत जिले की हर मंडी में किसान सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहाँ किसानों को पराली प्रबंधन के लिए कृषि यंत्र उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है।
वे किसान जो मंडी में धान लेकर आ रहे हैं, उन्हें हेल्पलाइन डेस्क से भी पराली प्रबंधन हेतु कृषि यंत्रों की जानकारी और सहायता दी जा रही है। यह सहायता केंद्र जिला प्रशासनिक परिसर में भी स्थापित किया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी ने बताया कि यह सहायता केंद्र फोन नंबर 0183-2220159 पर उपलब्ध है, जिस पर कॉल करके कोई भी किसान पराली प्रबंधन के लिए सहायता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारी गाँव स्तर पर भी किसानों का मार्गदर्शन करने के लिए उपस्थित हैं ताकि वे पराली जलाए बिना अगली फसल की बुवाई कर सकें।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस वर्ष जिले में पराली प्रबंधन के लिए हर प्रकार की मशीनरी उपलब्ध है, इसलिए किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने आज इस विषय पर गठित पराली टास्क फोर्स और गांवों के नम्बरदारों के साथ बैठक कर पर्यावरण को बचाने के लिए सहयोग की अपील भी की।
मुख्य कृषि अधिकारी श्री बलजिंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि प्रशासन किसानों से लगातार संपर्क में है ताकि उन्हें ज़रूरत के अनुसार मशीनरी उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने पिछले वर्षों में पराली नहीं जलाई, उनके खेतों में फसलों की पैदावार लगातार बढ़ रही है। उन्होंने अन्य किसानों से भी अपील की कि वे इस बार पराली न जलाकर इसके सकारात्मक परिणाम स्वयं देखें।
सहायक कृषि इंजीनियर श्री मनीप्रीत सिंह ने जानकारी दी कि जिले में पराली की गांठें (गट्ठे) बनाने के लिए 72 बेलर और पराली एकत्रित करने के लिए 62 रैक उपलब्ध हैं। इसके अलावा खेत में पराली को छोड़कर ही गेहूं की बुवाई के लिए 4290 इन-सीटू मशीनें भी मौजूद हैं। इनमें शामिल हैं: 2730 सुपर सीडर, 671 ज़ीरो टिल ड्रिल, 5 स्मार्ट सीडर, 119 हैपी सीडर, 41 सरफेस सीडर, 124 पलटावे हल, 106 मल्चर, 236 पैडी स्ट्रॉ चॉपर।
इन सभी मशीनों को जिले में सब्सिडी पर उपलब्ध कराया गया है और अब ये मशीनें पराली प्रबंधन के लिए सक्रिय रूप से उपयोग में लाई जा रही हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री रोहित गुप्ता, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर परमजीत कौर, जिला फूड सप्लाई कंट्रोलर अमनजीत सिंह, जिला मंडी अधिकारी श्री अमनदीप सिंह एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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