
कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 26 सितंबर 2025: खालसा कॉलेज, अमृतसर के राजनीति विज्ञान स्नातकोत्तर विभाग ने “दक्षिण एशिया में उथल-पुथल: नेपाल का अनुभव और क्षेत्र का भविष्य” विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया। विशिष्ट वक्ता, डॉ. धनंजय त्रिपाठी, एसोसिएट प्रोफेसर और एसोसिएट डीन, अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग, दक्षिण एशिया विश्वविद्यालय ने दक्षिण एशियाई क्षेत्र, विशेषकर नेपाल में वर्तमान समस्याओं पर गहन जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नेपाल में हाल ही में हुए आंदोलन के कारण कमोबेश पूरे दक्षिण एशियाई क्षेत्र की चिंता का विषय हैं। उन्होंने आर्थिक असमानताओं, बड़े पैमाने पर बेरोजगारी और लोगों के सरोकारों के प्रति नेतृत्व के गैर-ज़ुमेवारना व्यवहार को प्राथमिक कारण बताया। लेकिन सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने से “जेन-ज़ी” समुदाय का पूरा विरोध भड़क उठा। उन्होंने आगे कहा कि पड़ोसी देशों में अनिश्चितता और अस्थिर राजनीतिक परिदृश्य भारत के लिए भी अच्छा नहीं है। विभिन्न उपायों पर चर्चा करते हुए, उन्होंने ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए क्षेत्रीय एकीकरण और क्षेत्र के भीतर बेहतर व्यापार संबंधों पर ज़ोर दिया। इससे पहले, प्राचार्य डॉ. आत्म सिंह रंधावा ने सम्मानित वक्ता का स्वागत करते हुए दक्षिण एशियाई क्षेत्र के व्यापक विकास के लिए एक शांतिपूर्ण वातावरण पर ज़ोर दिया। विभागाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र सिंह ने व्याख्यान का विषय प्रस्तुत किया और डॉ. गुरवेल सिंह मल्ही ने अतिथि वक्ता का परिचय दिया। व्याख्यान के बाद, छात्रों और शिक्षकों ने विद्वान वक्ता के साथ उपयोगी बातचीत में सक्रिय रूप से भाग लिया। कला एवं मानविकी संकायाध्यक्ष प्रोफेसर जसप्रीत कौर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। व्याख्यान में डॉ. सुखजीत सिंह, डॉ. हरबिलास सिंह, डॉ. दविंदर कौर, डॉ. बलजीत सिंह और अन्य स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे।
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