
जिला प्रशासन ने यह पैसा भूमि विकास, बूंद सिंचाई, झ्पडों के कायाकल्प और अन्य अहम प्रोजै1टों पर खर्च किया है। जिस का एक मात्र उदेश्य गाँवों के लोगों को बढ़ी सुविधाएं उपलब्ध करवाना है। पंजाब सरकार के इन अंथक प्रयासों के कारण आज खिंची पुर, कपूर गाँव, नारंगपुर, बुल्लोवाल, होडावाही, अलीपुर, दीवाली, मुजफर पुर, मूसापुर, फूल, सीचेवाल, आलोवाल, मुद्दा, कोहाड़ खुर्द, कोटला सूरज कब्ज़ा कर, सालापुर, तग्गड़, हरीपुर, इसमायलपुर और अन्यों के संपूर्ण विकास को विश्वसनीय बनाया जा सका है।
इस बारे में और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिशनर श्री वरिन्दर कुमार शर्मा ने कहा कि मनरेगा स्कीम गाँव वासियों के लिए एक वरदान साबित हुई है। उन्होने कहा कि इसी लिए जिला प्रशासन की यह अधिक से अधिक कोशिश है कि गाँवों का विकास इस स्कीम के अंतर्गत विश्वसनीय बनाया जा सके। उन्होने कहा कि इसी मनोरथ के अंतर्गत अधिक से अधिक गाँवों का काम मनरेगा के अंतर्गत करवाया जा रहा है।
उन्होने कहा कि आने वाले दिनों में इस काम को ओर भी तेज किया जायेगा। और गाँवों के संपूर्ण विकास को विश्वसनीय बनाया जायेगा। उन्होने कहा कि जहाँ एक तरफ मनरेगा के साथ जरूरतमन्द लोगों को 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध होता है। वहीं इस के साथ गाँवों का संपूर्ण विकास को भी विश्वसनीय बनता है। उन्होने कहा कि इसी लिए ग्रामीण विकास पर पंचायत विभाग को इस स्कीम के अंतर्गत अधिक से अधिक काम करवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।