जालन्धर : जिला कृषि और किसान भलाई विभाग ने मिशन तन्दुरुस्त पंजाब के अधीन गाँव सरनावां के अंतर्गत किसानों के लिए एक जागरूकता कैंप लगाया।इस कैंप में विभाग के विशेषज्ञों डा . कुलदीप सिंह मत्तेवाल, डा मनदीप सिंह और डा मीनाक्षी कौशल ने किसानों को पाँच कीटनाशक ट्राईसाईकलाजोल, कारबेंडाज़ीम, थीमेटचोसिम, ट्राईज़ोफस और एसिफेट के बारे में बताया और कहा कि वह इनका बासमती पर छिड़काव बिल्कुल ना करें।
उन्होने ने कहा कि पंजाब सरकार ने इन पाँच कीटनाशकों के बारे में स्पष्ट निर्देश दिये है कि इन पाँच कीटनाशकों का प्रयोग करने से बासमती के दानों में इनका अंश रह जाता है। उन्होने आगे बताया कि यह पाँच कीटनाशकों का प्रयोग करने से बासमती के निर्यात में बहुत मुश्किलें आती हैं जिस कारण सरकार और किसानों को नुक्सान का सामना करना पड़ता है कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने किसानों को संपूर्ण कीट कंट्रोल विधि के बारे में विस्तार में बताया गया । उन्होने किसानों को कीटों के लाभों और नु1सानों के बारे में बताया ।
विशेषज्ञों ने बताया कि जरूरत के बिना कीटनाशकों का प्रयोग जहाँ खेती लागत को बढाती है वहीं वातावरण को दूषित करती है। उन्होने कहा कि जरूरत से अधिक कीटनाशकों का प्रयोग जमीन के प्रदूषण में वृद्धि करता है जोकि मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक है। उन्होने कहा कि तंदुरुस्त पंजाब मिशन का मुख्य उद्देश्य किसानों को जरूरत अनुसार कीटनाशकों के प्रयोग के प्रति जागरूक करके वातावरण को साफ सुथरा और हरा भरा रखने को विश्वसनीय बनाना है और पंजाब सरकार इस उदेश्य की प्राप्ति के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है।