कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,28 जुलाई : मुकेरियां निर्वाचन क्षेत्र में की जा रही अवैध रेत माईनिंग रोकने के लिए आज यूथ अकाली दल का एक प्रतिनिधिमंडल जनरल सचिव सर्बजोत सिंह साबी के नेतृत्व में उस जगह पर पहुंचा।
आज यहां अवैध रेत खनन वाली जगह पर पहुंचे यूथ अकाली दल के जनरल सचिव सर्बजोत सिंह साबी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अवैध खनन ने इस क्षेत्र के किसानों को बर्बाद करके रख दिया है। उन्होने माईनिंग से जमीन में डेढ़ डेढ़ फूट की खुदाइ कर दी गई है तथा नीचे से पानी निकल आया है। उन्होने कहा कि अवैध माईनिंग क्षेत्र की बर्बादी का कारण बनेगा तथा आने वाले समय में थोड़ा सा पानी आने से यहां सब कुछ बह जाएगा। उन्होने कहा कि इस अंधाधुध की जा रही माईनिंग के कारण इस क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। उन्होने कहा कि कांग्रेसी नेता इस कारण से पंजाब को दोनो हाथों से लूटने लगे हैं क्योंकि उन्होने महसूस कर लिया है कि डेढ़ साल बाद कांग्रेस को किसी ने वोट नही डालने हैं।
सरदार साबी ने कहा कि जो भी माईनिंग का अवैध काम चल रहा है, इसमें मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों तथा अन्य अधिकारियों को हिस्सा जा रहा है। उन्होने कहा कि बिना मुख्यमंत्री की सहमति के इस तरीके से माईनिंग करना असंभव है। उन्होने कहा कि स्थानीय विधायक तथा अफसरशाही की इस अवैध खनन में बराबर की मिलीभगत है।
उन्होने घोषणा कि वह आने वाले दिनों में शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया तथा अन्य लीडरशीप में हजारों साथियों समेत जगह पर धरना देंगे तथा अवैध खनन करने वालों का काम बंद करवाकर ही सांस लेंगे। उन्होने कहा कि यदि इनके पास कोई मंजूरी है तो वे दिखाएं नही तो माईनिंग नही करने दी जाएगी।
उस जगह पर पहुंचे किसानों ने बताया कि उन्होने अवैध माईनिंग बद करवाने के लिए कानूनी नोटिस भी भेजे हैं तथा यदि फिर भी खनन न रूकी तो हाईकोर्ट में जाएंगे तथा धरना भी दिया जाएगा। उन्होने बताया कि पिछले समय के दौरान यहां कभी माईनिंग नही हुई थी पर जबसे कांग्रेस ने सत्ता संभाली है, यहां अवैध खनन का काम शुरू हुआ है जिसने क्षेत्र को तबाह करके रख दिया है। उन्होने बताया कि इन अवैध खनन करने वालों ने हमारी जमीनों को कुआ बनाकर रख दिया है।इस अवसर पर किरपाल सिंह गेरा, लखविंदर सिंह टिम्मी, लखबीर सिंह माना, मेजर सिंह महतपूर, रविंदर सिंह पाहड़ा, मनजीत सिंह पोलपुर, बलदेव सिंह पोलपुर, रंजीत सिंह डालोवाल तथा राज बलविंदर सिंह सिद्धू भी उपस्थित थे।