राज्य भर में 881 आम आदमी क्लीनिक चल रहे हैं

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 7 दिसंबर 2024: भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए शुरू किए गए 100 दिवसीय अभियान के तहत स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डा. बलबीर सिंह ने राज्य स्तरीय समारोह के दौरान सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर से निक्साई वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इससे पहले डा. बलबीर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि टीबी के खात्मे के लिए चलाई जा रही राष्ट्रीय मुहिम का मुख्य उद्देश्य छुपे हुए सक्रिय मामलों को ढूंढकर उनका इलाज कराना है। इस मौके पर उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं से विशेष रूप से कहा कि ये लड़कियां हमारी सेना हैं और इन्हें ही घर-घर जाकर टीबी के मरीजों को ढूंढना है और उनका इलाज कराना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत हर घर तक दस्तक दी जायेगी और वर्ष 2025 तक टीबी का खात्मा सुनिश्चित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि निक्सै वाहन में सीबी नेट मशीन के माध्यम से टीबी मरीजों की जांच की जाएगी और इस वैन में लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करने के लिए आईईसी सामग्री के साथ लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेशवासियों को अच्छा स्वास्थ्य उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 771 आम आदमी क्लीनिक चल रहे हैं। इसमें अब तक 2.5 करोड़ लोगों का इलाज हो चुका है। उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों में 40 तरह की जांचें और 80 तरह की दवाएं मुफ्त दी जाती हैं।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि जैसे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने हर गांव में पानी पहुंचाया है, उसी तरह हम हर घर में लोगों की बीमारियों को ठीक करने की दवा पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज कार्ड भी जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने फ़रिश्ते योजना जारी करके कई लोगों की जान बचाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि फ़रिश्ते योजना के तहत दुर्घटना की स्थिति में घायल व्यक्ति को 2000/- रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। उन्होंने कहा कि घायलों का इलाज सरकारी या निजी अस्पताल में निःशुल्क है। उन्होंने कहा कि इसी के तहत सड़क सुरक्षा बल का भी गठन किया गया है जो सड़क दुर्घटनाओं के दौरान घायलों को नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाता है; जिससे कुछ घायलों की जान बच गई है।
जिले के बारे में बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शहर में 85 वार्ड हैं और हर वार्ड में एक आम आदमी क्लिनिक खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा सपना पंजाब को रंगला पंजाब बनाना है। इसलिए हम शिक्षा, स्वास्थ्य और मिशन रोजगार के तहत काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि हमने अपने ढाई साल के कार्यकाल में लगभग 51000 युवाओं को उनकी योग्यता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया है।
इस अवसर पर बोलते हुए कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र के लोग कई बीमारियों से पीड़ित हैं। लेकिन उन्हें अपनी बीमारी के बारे में पता नहीं होता। धालीवाल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल वैन हर हफ्ते बॉर्डर बेल्ट में भेजी जाएंगी। जहां वे जरूरतमंद लोगों का इलाज करेंगे।
इस अवसर पर सांसद गुरजीत सिंह औजला, डा. अजय गुप्ता, अतिरिक्त उपायुक्त परमजीत कौर, एसडीएम मनकंवल चहल, डायरेक्टर एनएचएम केंद्र सरकार डॉ. नेहा गर्ग, राज्य नोडल अधिकारी डॉ. भास्कर, सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज डॉ. राजीव देवगन, मेडिकल सुपरिटेंडेंट करमजीत सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी भारती धवन, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डा. नीलम भगत, सहायक सिविल सर्जन डा. राजिंदर पाल, सभी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग कॉलेजों के छात्र भी उपस्थित थे।