कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 16 मई 2025:माननीय कृषि मंत्री पंजाब श्री गुरमीत सिंह खुडियां जी के कुशल नेतृत्व में पंजाब सरकार लगातार गिरते भूजल स्तर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर अमृतसर श्रीमती साक्षी साहनी ने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए निर्देश दिए कि अधिक से अधिक किसानों को डीएसआर मुहैया करवाई जाए। इस तकनीक का उपयोग करके धान की खेती को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टार वत्तार तकनीक के माध्यम से धान की सीधी बुवाई (डीएचएसआर) से गिरते जल स्तर को रोकने, बिजली की खपत को कम करने और कृषि श्रमिकों की बढ़ती कमी को दूर करने की क्षमता है।उपायुक्त और मुख्य कृषि अधिकारी को प्रत्येक गांव तक अपनी पहुंच सुनिश्चित करने और किसानों को घटते जल स्तर के प्रबंधन की आवश्यकता के बारे में जागरूक करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही किसानों को जागरूक करने की जरूरत है कि वे अपने पर्यावरण को बचाने के लिए पराली न जलाएं, क्योंकि इससे न केवल कई बीमारियां फैलती हैं बल्कि भूमि की उर्वरा शक्ति भी कम होती है।इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी अमृतसर श्री बलजिंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि धान की सीधी बिजाई 15 मई 2025 से की जा रही है
और इस तकनीक से बिजाई करने वाले किसानों की रजिस्ट्रेशन कृषि विभाग द्वारा 10 मई से की जा रही है और जिला स्तर पर विभाग द्वारा फील्ड अधिकारी (आंकड़ा) श्री कुलवंत सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि अमृतसर जिले में वर्ष 2024-25 के दौरान लगभग 17 हजार एकड़ भूमि पर इस विधि से बीज बोया गया था, जिसे इस वर्ष बढ़ाकर 30 हजार एकड़ करने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को बड़े पैमाने पर जागरूक करने के लिए तकनीकी जानकारी साझा की जा रही है तथा गांव स्तर पर किसान जागरूकता शिविरों और व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से इस पद्धति का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। किसानों से भी आग्रह है कि वे अधिक से अधिक क्षेत्र में धान की सीधी बुआई करें।मुख्य कृषि अधिकारी ने कहा कि यदि किसी किसान को धान की सीधी बिजाई संबंधी कोई समस्या आती है तो वह संबंधित खंड कृषि अधिकारी से संपर्क करें या फिर जिला स्तर पर नियुक्त नोडल अधिकारी (मोबाइल 98158-28858) से संपर्क कर सकते हैं।