कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 28 मई 2025:आज दिनांक 28/05/2025 को कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स विभाग और जीआईएस सेल के अधिकारियों के साथ बैठक की गई, जिसमें शहर की रिहायशी, व्यावसायिक और औद्योगिक संपत्तियों को यूआईडी (यूनीक आइडेंटिफिकेशन) नंबर से लिंक कर एक डाटाबेस तैयार करने पर विचार किया गया।इस बैठक के दौरान पीएमआईडीसी की आईटी सेल की इंचार्ज मैडम सिमरजीत कौर और जीआईएस की इंचार्ज मैडम अनुप कौर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संपत्तियों को यूआईडी नंबर से लिंक करने के संबंध में जानकारी दी।
आज की इस बैठक में सहायक कमिश्नर विशाल वधावन, दलजीत सिंह, सुपरिटेंडेंट जसविंदर सिंह, देविंदर सिंह बब्बर, राज कुमार, गुरप्रीत सिंह भाटिया, अर्बन प्लानर मनी शर्मा और सीएफसी इंचार्ज हाकम सिंह उपस्थित थे।कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख ने बताया कि वर्तमान में नगर निगम द्वारा शहर की संपत्तियों से जो प्रॉपर्टी टैक्स, पानी और सीवरेज चार्ज तथा ट्रेड लाइसेंस फीस वसूली जाती है, उसमें डिफॉल्टरों की पहचान नहीं हो पाती। वर्ष 2013-14 में नगर निगम द्वारा “मैप माई
इंडिया” के माध्यम से शहर की संपत्तियों का सर्वे कराया गया था और सभी संपत्तियों को यूआईडी नंबर दिए गए थे।कमिश्नर ने प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि टैक्स वसूली से पहले उक्त संपत्तियों को सर्वे के अनुसार यूआईडी से लिंक किया जाए और करदाताओं को उनके यूआईडी नंबर की जानकारी भी दी जाए ताकि टैक्स वसूली के समय यह पता चल सके कि शहर में कितनी संपत्तियों से और किस श्रेणी की संपत्ति से टैक्स बकाया है।यह यूआईडी नंबर पानी, सीवरेज और ट्रेड लाइसेंस विभागों से भी लिंक किया जाएगा। जहां संपत्तियों का डेटा तैयार होगा, वहां नगर निगम की आय में भी वृद्धि होगी।कमिश्नर ने शहरवासियों से अपील की कि वे प्रॉपर्टी टैक्स, पानी/सीवरेज और ट्रेड लाइसेंस फीस का भुगतान करने से पहले अपनी संपत्ति को यूआईडी नंबर से लिंक करवा लें, जिसमें नगर निगम के अधिकारी उन्हें पूरा सहयोग प्रदान करेंगे।