पंजाब अब शिक्षा के क्षेत्र में नंबर वन राज्य बनेगा

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर, 12 मई; पंजाब सरकार ने प्रतिभाशाली छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ को प्रकाश स्तम्भ कहा है। हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि अब पंजाब सही मायनों में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनेगा।गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के सभागार में आज ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ के प्राचार्यों की तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू होने के अवसर पर शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि यह पंजाब का दुर्भाग्य है कि सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है लेकिन पिछली सरकारों ने शिक्षा जैसे क्षेत्रों की पूरी तरह से उपेक्षा की जिससे हमारे हजारों बच्चों को आगे पढ़ने का मौका नहीं मिला । उन्होंने कहा कि संसाधनों के अभाव में कई लड़कियों को बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी, जो पिछली सरकारों की नाकामी साबित हुई।

बैंस ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान जी के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य के शिक्षा के स्तर को विश्वस्तरीय बनाने का संकल्प लिया है और वह समय दूर नहीं जब पंजाब का एक पढ़ा-लिखा बच्चा दुनिया के शीर्ष संस्थानों में स्थान प्राप्त करेगा।प्रदेश के 23 जिलों में स्थापित 117 ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ को प्रतिभावान विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की संस्था बताते हुए । स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने का उद्देश्य प्रतिभाशाली और सक्षम छात्रों, विशेषकर सरकारी स्कूलों के बच्चों को उनके सपनों को साकार करने के लिए मार्गदर्शन और अवसर देना है। ये छात्र देश के बाकी बच्चों से आगे निकल सकें और प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे रैंक प्राप्त कर सकें। इन स्कूलों को छात्रों के अव्यक्त कौशल को सुधारने के लिए संस्थानों के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि छात्र अपना पसंदीदा पेशा चुन सकें।मुख्यमंत्री ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान शहीदों के सपनों का स्कूल ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ बताते हुए इन स्कूलों का नामकरण शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर करने की घोषणा की । उन्होंने कहा कि यह विनम्र पहल सही अर्थों में शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं। बैंस ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका शिक्षकों की है, जिससे प्रत्येक शिक्षक को शिक्षा की नई क्रांति में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए ।मुख्यमंत्री इसे भगवंत मान का ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हुए शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने पूरे विश्वास के साथ कहा कि ये स्कूल निजी स्कूलों से बेहतर प्रदर्शन करेंगे और अब कोई भी सक्षम बच्चा अच्छे शैक्षिक अवसरों से वंचित नहीं रहेगा । उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों से अपील की कि वे इन विद्यालयों को इतना शानदार बनाएं कि छात्र इन विद्यालयों की ओर आकर्षित हों।कार्यशाला का आयोजन पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की चेयरपर्सन सतबीर बेदी, निदेशक शिक्षा विभाग माध्यमिक शिक्षा तेजदीप सिंह सैनी, निदेशक एस. सी इ आर टी मनिंदर सिंह सरकारिया और पंजाब शिक्षा विभाग के मीडिया प्रभारी गुरमीत सिंह बल्याणा के अलावा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बात की।

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