डिप्टी कमिश्नर ने उस गांव का दौरा किया जहां सबसे ज्यादा पराली को आग लगाई गई थी

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 6 फरवरी 2024–जिले के कुल 776 गांवों में से 280 गांवों में पराली न जलाकर जीरो बर्निंग हुई है और वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए 885 मशीनें सब्सिडी पर उपलब्ध कराई गई हैं।ये शब्द डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी ने आज मजीठा ब्लॉक के गांव नवीनाग, जहां फसल 2023 के दौरान सबसे अधिक पराली लगाई जाती है, का दौरा करते समय व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सैटेलाइट के मुताबिक 1573 स्थानों पर पराली में आग लगने की सूचना है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने और पराली को आग से बचाने के लिए कृषि विभाग की ओर से सब्सिडी के तहत मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं।जिसके तहत समूह में मशीन खरीदने पर 80 प्रतिशत तथा एक किसान द्वारा मशीन खरीदने पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता था।

उन्होंने कहा कि 2018 से अब तक 4704 मशीनें सब्सिडी पर दी गई हैं थोरी ने किसानों से बात की और मजीठा ब्लॉक के गांव नवे नाग में बड़ी संख्या में आग लगने के कारणों के बारे में जाना। इस मौके पर किसानों ने मांग की कि सरकार अमृतसर जिले में 10 जून से धान की कटाई शुरू करने की इजाजत दे। ताकि उन्हें धान की कटाई और सब्जियों की बुआई से पहले पराली के रख-रखाव के लिए कुछ दिनों का समय मिल सके और साथ ही पराली के रख-रखाव के लिए 2000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा के तौर पर सब्सिडी पर कृषि मशीनरी भी उपलब्ध कराई जाएगी।उपायुक्त ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि पराली प्रबंधन के लिए किसानों, सहकारी समितियों, किसान समूहों के पास विभिन्न प्रकार की नवीनतम कृषि मशीनें उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग पराली की गांठें बनाकर उसे खेत से बाहर निकालने में किया जा सकता है।या फिर वे खेत में ही जुताई करके अगली फसल बो सकते हैं । उन्होंने कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है, मिट्टी की सतह क्षतिग्रस्त होती है, मित्र कीट मर जाते हैं तथा बहुमूल्य पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। उपायुक्त ने ग्रामीणों से जीरो बर्निंग गांवों से मार्गदर्शन लेने को कहा, ताकि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सके । इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी जतिंदर सिंह गिल, ब्लॉक कृषि अधिकारी सुखचैन सिंह, विषय मामले विशेषज्ञ रमन कुमार, सहायक इंजीनियर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विनोद कुमार कृषि विस्तार अधिकारी दविंदर सिंह, अमरदीप सिंह, शरणजीत सिंह, अमनदीप सिंह, लवप्रीत सिंह और सतनाम सिंह सरपंच , निर्मल सिंह पूर्व सरपंच, पूर्व चेयरमैन करनैल सिंह, सुखदेव सिंह, जगरूप सिंह, बलराज सिंह, संदीप सिंह, बलबीर सिंह और गांव के अन्य प्रमुख लोग मौजूद थे।

Check Also

सरकारी योजनाओं को समाज के सभी वर्गों तक आसानी से पहुंचाया जाए- डिप्टी ईएसए

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 4 जुलाई 2024–नीति आयोग, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित संपूर्णता अभियान का …